जिस अलीनगर से मैथिली को मिल सकता है टिकट, जानिए उस सीट का इतिहास
गायकी की पिच से राजनीति की पिच पर कदम रखने वाली मैथिली ठाकुर कहां से चुनाव लडेंगी, फिलहाल यह तय नहीं है. मगर सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि वह दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं. मैथिली मंगलवार को बीजेपी में शामिल हुईं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. मगर जिस अलीनगर विधानसभा सीट से मैथिली के चुनाव लड़ने की बात हो रही है, आखिर उस सीट का इतिहास क्या है?
अलीनगर विधानसभा सीट का इतिहास
दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. यह सामान्य कोटे वाली सीट है. 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट पहली बार अस्तित्व में आई. 2020 के चुनाव में वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने आरजेडी के विनोद मिश्रा को हराया था. मिश्री लाल को 61082 वोट मिले थे जबकि विनोद मिश्रा 57981 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे.
RJD के अब्दुल बारी सिद्दीकी 2 बार जीते
2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बीजेपी के मिश्री लाल यादव को करीब 13460 वोटों से हराया था. अब्दुल बारी सिद्दीकी को 67,461 वोट मिले जबकि 54,001 वोटर पाकर मिश्री लाल दूसरे स्थान पर रहे. उससे पहले 2010 में यहां पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे. उस चुनाव में भी RJD के अब्दुल बारी सिद्दीकी ही चुनाव जीते थे.
2020 में VIP के खाते में गई थी यह सीट
हालांकि, बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसी बीच उन्हें कोर्ट का चक्कर भी काटना पड़ा था. उनकी सदस्यता भी चली गई थी. हालांकि वह वापस मिल गई, पर बीजेपी से उनकी दूरी बढ़ गई. 2008 में परिसीमन के बाद अलीनगर विधानसभा अस्तित्व में आई. पहले यह मनीगाछी विधानसभा का हिस्सा था, लेकिन परिसीमन के बाद नया विधानसभा क्षेत्र बना. दो विधानसभा चुनावों में यह सीट RJD के खाते में आई और एक बार (2020) वीआईपी के खाते में गई. अब यहां से मैथिली को उम्मीदवार बनाने की चर्चा चल रही है.
तावड़े और राय से की थी मुलाकात
कुछ दिन पहले मैथिली ने पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी. इसके बाद से इस बात की चर्चा होने लगी थी कि मैथिली बीजेपी में शामिल होंगी और कहीं से चुनाव लड़ेगी और 14 अक्टूबर को मैथिली ने बीजेपा का दामन थाम लिया. इसके साथ ही उनका सियासी आगाज भी हो गया.
जानिए मैथिली ठाकुर के बारे में
मैथिली ठाकुर बिहार की फेमस लोकगायिका हैं. उनका जन्म 25 जुलाई 2000 को बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ था. मैथिली हिंदी, मैथिली, भोजपुरी, बंगाली और अन्य भारतीय भाषाओं में गाती हैं. उनके पिता रमेश ठाकुर संगीत शिक्षक हैं और मां भारती ठाकुर गृहिणी हैं. उनके दोनों भाई संगीत में सक्रिय हैं. बड़े भाई तबला वादक हैं. छोटे भाई गाना गाते हैं. 25 साल की मैथिली लोक संगीत के लिए जानी जाती हैं. इसके अलावा वो विदेश में भी कॉन्सर्ट करती हैं. मैथिली को बचपन से ही गाने का शौक है. महज चार साल की उम्र में ही उन्होंने संगीत सीखना शुरू कर दिया था. पांचवीं तक की पढ़ाई उन्होंने बेनीपट्टी से ही कीं. बाद में उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया.
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/JZGMtuk
Leave a Reply