भास्कर न्यूज | खगड़िया जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की फिर एक बार शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे सिविल सर्जन डॉ. रमेंद्र कुमार ने रानी सकरपुरा स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में न कोई डॉक्टर मौजूद था और न ही कोई एएनएम, जबकि पूरे स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था केवल सफाई कर्मियों के भरोसे चलती मिली। निरीक्षण के समय अस्पताल परिसर में सिर्फ सफाईकर्मी मौजूद पाए गए। सिविल सर्जन ने उनसे अस्पताल की स्थिति की जानकारी ली। डॉक्टर और एएनएम की गैरमौजूदगी पर सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुशांत सौरव को फोन लगाया और पूछा कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और एएनएम कहां हैं। जिस पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वे आते ही होंगे, सिविल सर्जन ने कहा कि 10 बज रहे हैं और सभी अनुपस्थित हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा-अगर ऐसे ही स्वास्थ्य सेवाएं ठप रखनी हैं और डॉक्टर-एएनएम अस्पताल नहीं आते हैं, तो इसे बंद ही कर दीजिए। स्थानीय लोगों ने भी साफ तौर पर बताया कि यहां अक्सर डॉक्टर और एएनएम ड्यूटी से गायब रहते हैं, जिससे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। गौरतलब है कि इससे पहले 26 अप्रैल 2025 को दैनिक भास्कर की टीम ने रानी सकरपुरा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की पड़ताल की थी। उस दौरान भी डॉक्टर और एएनएम की अनुपस्थिति, स्वास्थ्य कर्मियों की अनियमित उपस्थिति और मरीजों को इलाज न मिलने की स्थिति सामने आई थी। जांच के बाद संबंधित कर्मियों से शोकॉज पूछा गया था और वेतन रोके जाने की कार्रवाई की बात कही गई थी। गौरतलब है कि 15 दिसंबर को भी इसी अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में रात्रि ड्यूटी पर तैनात एएनएम बिना किसी सूचना के गायब पाई गई थी। प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक गर्भवती महिला को इलाज के अभाव में गंभीर परेशानी उठानी पड़ी थी। गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल में ताला जड़ दिया। जिसके बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुशांत सौरव ने मौके पर पहुंचे थे और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया था कि स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। लेकिन शुक्रवार को सिविल सर्जन के औचक निरीक्षण ने प्रभारी के तमाम दावों की हकीकत सामने ला दी। हालात जस के तस बने हुए हैं। वेतन व हाउस रेंट रोका प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुशांत सौरभ ने बताया कि शुक्रवार को डॉक्टर विभा और एएनएम प्रेम लता की ड्यूटी थी। इनसे शोकॉज पुछा गया है। साथ ही वेतन व हाउस रेंट रोक दिया गया है। सिविल सर्जन ने 15 दिसंबर को ड्यूटी से अनुपस्थित रही एएनएम पर की गई कार्रवाई की जानकारी भी प्रभारी से मांगी। सीएस ने शुक्रवार को अनुपस्थित पाए गए डॉक्टर और एएनएम के विरुद्ध भी रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया। 15 दिसंबर की अहले सुबह रानी सकरपुरा पंचायत, वार्ड संख्या 11 निवासी सोनी देवी को तेज प्रसव पीड़ा होने पर परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे थे। लेकिन वहां न डॉक्टर मौजूद था और न ही एएनएम। महिला का सफाईकर्मी ने प्रसव कराया था।
https://ift.tt/9XPy4IK
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply