राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी गुरुवार को बस्ती पहुंचे। यहां उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर करप्शन का आरोप लगाया। बस्ती की एक प्राइवेट चीनी मिल दिवालिया होने को लेकर कहा कि उस समय अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। उन्होंने खूब कर्ज लिया और पैसे डायवर्ट किए। यूपी में गन्ने की एमएसपी बढ़ाने के फैसले पर जयंत ने सीएम योगी की तारीफ की। साथ ही रालोद काे भी इसका श्रेय दिया। जयंत ने ये बातें सर्किट हाउस में कहीं। वो वाल्टर गंज के देशराज नारंग इंटर कॉलेज में जनसभा में शामिल होने आए थे लेकिन बारिश के चलते सभा स्थगित हो गई। जिसके बाद वो प्रेसवार्ता कर रहे थे। अब पढ़िए जयंत के बयान की बड़ी बातें मिल के डिफॉल्टर होने पर अखिलेश यादव का नाम लिया बस्ती की बंद पड़ी बस्ती व वाल्टर गंज शुगर मिल को लेकर कहा- उस क्षेत्र के जो प्रभावित किसान हैं वो आए थे। मैं उनसे मिला, उन्होंने मांग पत्र भी मुझे दिया है। समस्या भी बताईं हैं, पिछले दिनों सौ करोड़ रुपए का भुगतान हुआ, क्योंकि वह डिफॉल्टर करार दे दिया गया। उस समय अखिलेश मुख्यमंत्री थे। बढ़ चढ़कर उन्होंने कर्जा लिया, पैसे डायवर्ट किए। उस समय जो मिल मालिक थे। उनकी मंशा खराब हो गई। इसलिए वो डिफॉल्टर हो गई। लेकिन इसे हम शुरू कराने का प्रयास करेंगे। वो प्राइवेट मिल है इसलिए उसमें समय लगेगा। गन्ने का MSP बढ़ा तो विपक्ष चुप, लोग मेरी पीठ थपथपा रहे जयंत ने कहा- पहली बार सरकार ने किसानों को बातों को समझा है। 30 रुपए की मूल्य वृद्धि की है। अभी विपक्ष को भी समझ नहीं आ रहा है कि वो क्या कहे। वो किसानों का स्वागत भी नहीं करना चाहते। मैंने तो दो साल पहले ही कहा था कि अगर सरकार में मेरी जरा सी भी चली तो किसानों की बात करूंगा। जबकि मुझसे किसी ने गन्ने को लेकर कोई मांग नहीं की थी। मैंने खुद गन्ने का मूल्य बढ़वाने की बात कही थी। आज जब मूल्य बढ़े हैं तो लोग मेरी भी पीठ थप थपा रहे हैं। यूरिया की किल्लत पर गोलमोल जवाब यूरिया को लेकर प्रदेश में मचे हाहाकार के सवाल पर उन्होंने कहा- मांग आपूर्ति सही हो। राज्य सरकार के मशीनरी की भी जिम्मेदारी है और केंद्र सरकार लगातार उनपर नजर रखती है, एक बड़ी उपलब्धि ये जरूर है कि इस दौर में जहां यूरिया के भाव अप्रत्याशित वृद्धि हुई केंद्र सरकार ने यह कोशिश की कि सबसिडी में कोई कमी न हो और किसान वहीं भाव दे जो पहले देता आया है। बिहार में जनता को लेना है निर्णय बिहार चुनाव के बारे में उन्होंने कहा- बिहार चुनाव में लोगों को फैसला लेना है, एक पुरानी शैली थी, जो कुछ मंडल ऐरा में कुछ लोग आए राजनीति में उन्होंने अपना वर्चस्व स्थापित किया। उन्हें लगता है कि अभी वही पुराने रटे हुए नारे लगाओगे तो जनता दोबारा उस चक्रव्यूह में फंसेगी। ऐसा नहीं होने वाला है। आज का नवजवान जाति के चंगुल से हटना चाहता है। मैं कांफिडेंस के साथ कहता हूं कि बिहार में एनडीए आएगी। लेकिन उसके लिए जनता को भी निर्णय लेना है। ये खबर भी पढ़ें मायावती ने मुस्लिमों को बताया BJP को हराने का फॉर्मूला:कहा- सपा को वोट दिया तो BJP को फायदा होगा; जानिए क्या रणनीति बताई बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने 2027 के विधानसभा में जीत का फॉर्मूला समझाया। मुस्लिम भाईचारा कमेटी की बैठक में बताया कि कैसे 20% दलित और 19% मुस्लिम मिलकर विनिंग कॉम्बिनेशन बन सकते हैं? जबकि सपा का बेस यादव वोटबैंक ही 8% है। मुस्लिमों का पूरा समर्थन पाकर भी ये सिर्फ 27% की ही ताकत बन पाते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समाज का पूरा समर्थन पाकर भी सपा गठबंधन भाजपा को नहीं हरा पाई थी। पूरी खबर पढ़ें
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