भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय का मंगलवार को एसडीएम विकास कुमार और डीसीएलआर अपेक्षा मोदी ने औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों के अचानक पहुंचने से कार्यालय कर्मियों में हलचल मच गई। निरीक्षण की शुरुआत आरटीपीएस काउंटर से हुई। अधिकारियों ने वहां मौजूद कुछ कर्मियों से मोबाइल फोन मंगवाकर फोन-पे ऐप में हुए लेन-देन की जांच की। इसके बाद अधिकारी ऊपरी तल पर स्थित बीपीआरओ कार्यालय पहुंचे। कार्यालय खुला था, लेकिन कोई भी कर्मी मौजूद नहीं मिला। इस स्थिति को देखते हुए बीपीआरओ और बीडीओ को तत्काल मौके पर बुलाया गया, जिसके बाद वे तुरंत कार्यालय पहुंचे। पंचायती राज पदाधिकारी प्रियांशु राज ने बताया कि यह एक औचक निरीक्षण था, जिसमें कार्यालय के दैनिक कार्यों और सरकार द्वारा संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा की गई। प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार ने जानकारी दी कि अधिकारियों ने विभिन्न पंचायतों में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन और विवाह मंडप भवनों की प्रगति की भी समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान डीसीएलआर के नीचे उतरते ही भूमि संबंधी मामलों को लेकर कई फरियादी उनसे मिलने पहुंचे। कुछ शिकायतों को मौके पर ही सुना गया, जबकि अन्य फरियादियों को कार्यालय आकर मिलने का निर्देश दिया गया। इसी क्रम में एसडीएम विकास कुमार से भी कई लोगों ने मुलाकात की। इसमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय बादे हसनपुर से जुड़ा एक मामला प्रमुख था, जहां कुछ दिन पहले प्रधानाध्यापिका के पति पर एक छात्र के साथ मारपीट करने का आरोप है। इस संबंध में ग्रामीणों की तरफ से एक आवेदन एसडीएम को सौंपा गया। इस पर भवानीपुर देसरी पंचायत के मुखिया अनिरुद्ध महतो, वार्ड सदस्य कन्हैयालाल मंडल सहित कई ग्रामीणों के हस्ताक्षर थे। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका सुनैना देवी को विद्यालय से शीघ्र स्थानांतरित करने की मांग की। एसडीएम विकास कुमार ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और संबंधित लोग कार्यालय आकर उनसे मिल सकते हैं।
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