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चोरी-डकैती करने वाले गिरोह के 7 सदस्य गिरफ्तार:समस्तीपुर रेलवे स्टेशन के बाद खानाबदोश की तरह रहते थे, अवैध हथियार-चोरी के जेवरात बरामद

दरभंगा पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी देश के कई राज्यों में चोरी-डकैती कर चुके हैं। गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो वर्तमान में समस्तीपुर जिले के रामभद्रपुर रेलवे स्टेशन के पास अपने परिवार के साथ खानाबदोश की तरह रह रहे थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देता था। आरोपी पहले किसी जिले में जाकर कई दिनों तक रेकी करते थे, इसके बाद मौका पाकर चोरी और डकैती कर फरार हो जाते। गिरोह का नेटवर्क बिहार के लगभग हर जिले में फैला हुआ था। पुलिस के अनुसार, गिरोह की ओर से अलग-अलग जिलों से लूटी गई कीमती ज्वेलरी और नगदी को समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर स्थित एक घर में जमा कर रखा गया था। वहां छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से एक हथियार भी बरामद किया गया। बाद में पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ। गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही पूछताछ के दौरान 7 अपराधियों ने दरभंगा जिले में दर्ज दर्जनों चोरी और डकैती की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। विशेष रूप से जमालपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर चौक स्थित एक ज्वेलरी दुकान में बीती रात करीब 13 लाख रुपए की चोरी में इन्हीं अपराधियों का हाथ बताया जा रहा है। वारदात के बाद जब सभी आरोपी फरार हो रहे थे, तब घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के दोहथा गांव में ग्रामीणों ने सतर्कता दिखाते हुए पुलिस के सहयोग से सभी को पकड़ लिया। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने लूटी गई ज्वेलरी, नगदी के अलावा 2 पिस्टल और कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह पूरी तरह संगठित था और लंबे समय से बिहार सहित अन्य राज्यों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था। फिलहाल पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और वारदातों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है। इस बड़ी सफलता के बाद दरभंगा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिले में अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी सख्ती से जारी रहेगा। पकड़े गए अभियुक्तों की तलाशी लेने पर पुलिस ने 2 अवैध हथियार, 5 कारतूस, करीब 02 किलो चांदी से बने जेवरात, 1 मोबाइल फोन, ताला, शटर तोड़ने के औजार, मनोज ज्वेलर्स का बैग और रसीद बुक बरामद किए गए। पूछताछ में अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि बरामद ज्वेलरी जमालपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर बाजार स्थित मनोज ज्वेलर्स से चोरी की गई थी। अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने किरतपुर बाजार से चोरी गई चांदी जैसी ज्वेलरी व अन्य सामान भी बरामद कर लिया है। इसके अलावा अभियुक्तों ने दरभंगा जिले के बहेड़ा, बहेड़ी और लहेरियासराय थाना क्षेत्रों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है। गिरोह में महिलाओं को भी रखा है ग्रामीण एसपी आलोक कुमार ने बताया कि पूछताछ के क्रम में आरोपियों के मोबाइल लोकेशन का तकनीकी विश्लेषण किया गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि ये सभी समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामभद्रपुर स्टेशन के आसपास रहते थे। ये लोग खानाबदोश जीवन शैली में झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हुए अलग-अलग स्थानों पर घूम-घूमकर रेकी करते थे। इनके साथ कुछ महिलाएं भी रहती थीं। ग्रामीण एसपी ने बताया कि यह गिरोह पहले उन इलाकों को चिह्नित करता था, जहां पुलिस की गश्ती कम होती थी। इसके बाद रात्रि में सुनियोजित तरीके से चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इन लोगों ने बहेड़ी थाना क्षेत्र के माया चौक, समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर समेत अन्य इलाकों में भी चोरी की घटनाएं की हैं। उन्होंने बताया कि अपराधियों की निशानदेही पर कल्याणपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी के दौरान चोरी किए गए भारी मात्रा में गहनों की बरामदगी की गई है। इन गहनों की सुरक्षा के लिए एक व्यक्ति को प्रतिनिधि के रूप में तैनात किया गया था, जिसे स्थानीय पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। दिन लोगों को टारगेट करते थे, रात में वारदात को देते थे अंजाम ग्रामीण एसपी ने कहा कि यह गिरोह पूरी तरह पेशेवर तरीके से काम करता था। ये लोग केवल रात में ही नहीं, बल्कि दिन में भी लोगों को टारगेट करते थे और फिर रात्रि में घटना को अंजाम देते थे। अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि अक्सर ऐसे खानाबदोश लोगों को गरीब और कमजोर समझकर नजरअंदाज कर दिया जाता था, लेकिन अब पुलिस इस विषय पर पूरी तरह सतर्क हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि जो लोग खानाबदोश तरीके से रह रहे हैं, उन पर विशेष नजर रखें, उनके बारे में विस्तृत जानकारी जुटाएं और आसपास के लोगों को भी सतर्क करें। साथ ही सीमावर्ती जिलों और अन्य जिलों के थानों को भी सूचित किया जा रहा है, ताकि दूसरे जिलों या राज्यों से आने वाले ऐसे संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखी जा सके। सहयोग करने वाले ग्रामीणों को सम्मानित किया जाएगा ग्रामीण एसपी ने दोहथा गांव के ग्रामीणों की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से गांव के लोगों ने साहस दिखाते हुए एक अपराधी को पकड़ने में पुलिस का सहयोग किया, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्रामीण धन्यवाद के पात्र हैं और उन्हें चिह्नित कर प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही उन्हें “पुलिस मित्र” के रूप में सम्मान दिया जाएगा। इनकी हुई गिरफ्तारी अपराधियों में ईशापुर झाला निवासी हुकुम सिंह का बेटा बुद्ध पाल सिंह (65), ईशापुर झाला निवासी बीर सिंह (30), मिलकियां निवासी प्रसादी (55), बलरामपुर निवासी धर्मपाल (25), बलरामपुर निवासी सेवा सिंह (32), यूपी के शाहजहांपुर निवासी मंगल सिंह उर्फ मउ (31) और यूपी के हथरस निवासी कन्हैया लाल (34) शामिल हैं।


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