चित्रकूट जिले में सोमवार सुबह से भारी बारिश शुरू हो गई। इस बारिश के कारण सड़कों पर सन्नाटा छा गया है, जिससे किसान चिंतित हैं। मानसून ने अचानक करवट ली है, जिसने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। यह बारिश धान की पकी हुई फसल के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है, जबकि गेहूं की बुवाई के लिए इसे अमृत समान माना जा रहा है। धान की फसल कटाई के लिए तैयार खड़ी है, और कुछ खेतों में कटी हुई भी पड़ी है, जिससे उसके बर्बाद होने का खतरा बढ़ गया है। किसान सुभाष कुमार पटेल ने बताया कि उनके खेत में कटी हुई धान की फसल बर्बाद होने की आशंका है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह बारिश गेहूं की फसल के लिए बहुत अच्छी है, क्योंकि अब गेहूं की बुवाई के लिए खेत में पानी लगाने (पलेवा) की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां फार्म के वैज्ञानिक पुत्तन त्रिपाठी ने किसानों को सलाह दी है कि वे गेहूं की बुवाई के लिए पलेवा न करें, क्योंकि बारिश से खेत में पर्याप्त नमी हो गई है।
https://ift.tt/sa8Z3gB
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply