खगड़िया जिले के मानसी थाना क्षेत्र में अगस्त माह से चल रहा गुमशुदगी और फिरौती का मामला बड़ा मोड़ ले चुका है। जिस छोटे कुमार को लेकर पिता मोहम्मद रज्जाक ने तीन लोगों पर अपहरण और फिरौती का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी, वही छोटू सुरक्षित मानसी थाना पहुंच गया। इसके बाद पुलिस कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है और मामला तूल पकड़ लिया है। अगस्त में दर्ज हुई थी प्राथमिकी, तीन आरोपी भेजे गए थे जेल सलखुआ (सहरसा) निवासी मोहम्मद रज्जाक ने अगस्त में मानसी थाना में आवेदन देकर अपने बेटे छोटू कुमार की गुमशुदगी की शिकायत की थी। उन्होंने तीन लोगों शशि यादव, पीको और मोहम्मद सद्दाम को नामजद करते हुए आरोप लगाया था कि उनका बेटा बार-बार जगह बदल रहा है। उसकी हत्या भी हो सकती है और उनसे 50 हजार रुपए की फिरौती मांगी जा रही है। पुलिस ने शिकायत और उपलब्ध वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्परता दिखाते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बेटा मिल गया, लेकिन पिता ने पुलिस को नहीं दी जानकारी सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब गुमशुदा बताया गया छोटू कुमार खुद मानसी थाना पहुंच गया। उसने बताया कि वह सुरक्षित है और दिल्ली में था।इसके बावजूद उसके पिता मोहम्मद रज्जाक ने थाना को बेटे के मिलने की कोई सूचना नहीं दी, जिससे पुलिस कार्रवाई जारी रही और आरोपी जेल में बंद रहे। पुलिस हुई हैरान-जिसे लेकर कार्रवाई की, वह खुद सुरक्षित है मानसी थाना अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि कार्रवाई वीडियो साक्ष्यों और फिरौती के सबूतों के आधार पर की गई थी। लेकिन अब लड़के के सुरक्षित मिलने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। थाना अध्यक्ष ने बताया, हमें यह जानकारी नहीं दी गई कि छोटू दिल्ली पहुंच चुका है। अब लड़के के सुरक्षित होने की पुष्टि हो चुकी है। जांच की जा रही है कि आखिर इस मामले में क्या मंशा थी। कोर्ट को भेजी जाएगी रिपोर्ट, तीनों आरोपियों की होगी रिहाई पुलिस अब पूरे मामले की समीक्षा कर रही है और कोर्ट को पत्र लिखा जा रहा है ताकि जेल में बंद तीनों आरोपियों को रिहा किया जा सके।
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