एशियाटिक लॉयंस के लिए फेमस गुजरात के गिर फॉरेस्ट से एक रोचक नजारा सामने आया है। सासण में सफारी के दौरान पयर्टकों के सामने से एक साथ 11 शेरों का झुंड गुजरा। शेरों के पीछे चार-पांच जिप्सियों में पर्यटक सवार थे, जो यह दृश्य देखकर रोमांचित हो उठे। तीन शेरनियों के साथ थे 8 शावक
सफारी की एक जिप्सी के ड्राइवर वकार रानिया ने बताया कि आमतौर पर रास्ते में एक-दो शेर ही नजर आते हैं। लेकिन बीते रविवार को हमने हैरतअंगेज नजारा देखा। मेरी जिप्सी के सामने से ही 11 शेरों का यह परिवार गुजरा। इसमें तीन शेरनियों के साथ 8 शावक थे। 891 शेर हो चुके हैं गिर फॉरेस्ट में
हाल ही में हुई शेरों की गणना में शेरों और शेरनियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। विधानसभा में CM भूपेंद्र पटेल ने शेरों की गिनती के बाद नए आंकड़े जारी किए थे। साल 2020 में 674 शेर थे, जो अब बढ़कर 891 हो गए हैं। इनमें 196 शेर, 330 शेरनियां और 225 शावक शामिल हैं। इस साल 10 से 13 मई 2025 के बीच अत्याधुनिक तकनीक से शेरों की गिनती की गई, जिसके आधार पर यह आंकड़ा जारी किया गया है। गुजरात के 11 जिलों की 58 तहसीलों में शेरों की उपस्थिति दर्ज की गई है। जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, द्वारका, पोरबंदर और राजकोट जिलों में शेर पाए गए हैं। गांव में घुसा था 8 शेरों का झुंड पिछले महीने गिर-सोमनाथ जिले के पेढवाड़ा गांव में एक साथ 8 शेरों का झुंड घुस आया था। सबसे पहले झुंड ने सड़क पर बैठे मवेशियों पर हमला किया। इसके बाद कुछ शेरों ने दो-तीन घरों में भी घुसने की कोशिश की थी, जिससे लोग दहशत में आ गए थे। इतना ही नहीं, शिकार खाने के बाद भी शेरों का झुंड गांव में ही डटा रहा। रात भर गांव में रुकने के बाद तड़के सुबह झुंड जंगल की ओर रवाना हो गया था। ————————— गिर फॉरेस्ट की ये खबरें भी पढ़ें… गिर फॉरेस्ट में एक साथ दिखा 12 शेरों का परिवार:9 शावकों के साथ थी तीन शेरनियां एशियाटिक लॉयंस के लिए फेमस गुजरात के गिर फॉरेस्ट में सासण से विसावदर जाने वाले जंगल के रास्ते पर 12 शेरों का झुंड टहलता नजर आया। इस झुंड में 9 शावकों के साथ तीन शेरनियां थीं। तालाला से विसावदर की ओर आने-जाने वाले स्थानीय लोग यह नजारा देख रोमांचित हो गए। पूरी खबर पढ़ें… जय के बाद वीरू नाम के शेर की भी मौत:गुजरात के गिर फॉरेस्ट में मशहूर थी दोनों की दोस्ती, 35-40 किमी के क्षेत्र में राज था इनका गिर के जंगल की मशहूर शेर जोड़ी जय और वीरू अब इस दुनिया में नहीं रहे। पहले वीरू (11 जून), फिर एक महीने से भी कम समय बाद जय (29 जुलाई) को जय की भी मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जय-वीरू की जोड़ी अपनी चोटों से उबर नहीं पाई। पूरी खबर पढ़ें…
https://ift.tt/zo0TYhj
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply