प्रतापगढ़ में फिजियोथेरेपी सेंटर के संचालक ने गर्लफ्रेंड से पीछा छुड़ाने के लिए झूठी लूट की कहानी रची। उसने खुद पर फायरिंग करवाई। पुलिस को बताया कि बदमाश पिस्टल दिखाकर कैश, अंगूठी-चेन छीनकर ले गए। मामला 26 अक्टूबर का है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की और गुरुवार को मामले का खुलासा किया। पुलिस ने युवक और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में युवक ने बताया- गर्लफ्रेंड उस पर शादी का दबाव बना रही थी। वह शादीशुदा है, इसलिए उससे शादी नहीं कर सकता था। वह मानने को तैयार नहीं थी। परेशान होकर उसने दोस्त के साथ मिलकर झूठा लूट का प्लान बनाया। उसे लगा गर्लफ्रेंड और उसके परिवार वालों को लूट के केस में फंसा देगा, तो गर्लफ्रेंड का उस पर से भरोसा उठ जाएगा। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। मामला रानीगंज थाना क्षेत्र का है। अब पढ़िए पूरा मामला… पुलिस से कहा था- बदमाशों ने पिस्टल से की फायरिंग
लच्छीपुर गांव निवासी आशीष कुमार का रानीगंज बाजार में मां बाराही फिजियोथैरेपी सेंटर है। आशीष ने बताया कि 26 अक्टूबर की रात को वह सेंटर बंद कर घर लौट रहा था। रानीगंज में इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के पास पीछे से आए 3 बाइक सवारों ने पिस्टल दिखाकर उसकी बाइक रोकने की कोशिश की। बाइक न रोकने पर बदमाशों ने फायरिंग की, डर के कारण वह रुक गया। इसके बाद बदमाशों ने उससे 6,500 कैश और सोने की अंगूठी छीन ली और फरार हो गए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया। एसपी दीपक भूकर ने मामले के खुलासे के लिए 3 टीमें बनाईं। पुलिस मामला संदिग्ध मान रही थी। अब पढ़िए आरोपी का कबूलनामा… एक साल पहले हुई थी शादी
पुलिस ने आशीष से पूछताछ शुरू की तो वह बयान बदलने लगा। सख्ती करने पर उसने झूठी लूट की कहानी की बात कबूल कर ली। पूछताछ में आशीष कुमार गुप्ता ने बताया कि मेरी शादी एक साल पहले हुई थी। शादी से पहले मेरा एक महिला से अफेयर था। परेशान होकर मैं नींद की गोलियां खाने लगा
वह भी मुझसे शादी करने का दबाव बना रही थी। मैंने उसे समझाया कि मेरी शादी हो चुकी है। अब वह उससे शादी नहीं कर सकता है। वह उसे छोड़ दे, लेकिन वह तैयार नहीं थी। इस कारण मैं परेशान रहता था। नींद की गोलियां खाकर सोता था। दोस्त के साथ मिलकर बनाया लूट का प्लान
मैंने यह बात अपने दोस्त गोलू सिंह उर्फ शेखर सिंह को बताई। उसी के सहयोग से हमने यह योजना बनाई कि क्यों न मेरे ऊपर एक झूठी लूट और फायरिंग की घटना करवा दी जाए। ताकि उसमें महिला और उसके परिवार को फंसाया जा सके। मुकदमा दर्ज होने पर वे डर जाएंगे। मुझसे उनका ध्यान हट जाएगा। आशीष गोलू की कर रहा था फिजियोथेरेपी
प्लान के मुताबिक गोलू सिंह ने अपने दो साथियों रुद्राक्ष उर्फ रुद्रांश शुक्ला और श्याम मिश्रा को शामिल किया। गोलू सिंह उर्फ शेखर सिंह ने बताया- मैं पैरालाइसिस का मरीज हूं। छड़ी लेकर चलता हूं। आशीष को साल 2007 से जानता हूं। हम दोनों साथ में पढ़े हैं। जबसे मैं बीमार हूं, तबसे आशीष के क्लिनिक पर थेरेपी कराता आ रहा हूं। हम लोग एक-दूसरे के सुख-दुख और घर-परिवार के कार्यक्रमों में आते-जाते रहते हैं। आशीष ने मुझे अपनी परेशान बताई तो मैं उसकी मदद को तैयार हो गया। हमें लगा लूट का मुकदमा दर्ज होने के बाद महिला और उसके परिजन शादी का दबाव बनाएंगे तो हम उन्हें कानूनी कार्रवाई में उलझा सकेंगे, जिससे मामला खत्म हो जाएगा। आशीष ने बताई थी लूट की जगह
प्लान के अनुसार, 26 अक्टूबर को आशीष के बताए स्थान पर हम पहुंचे। आशीष से उसकी अंगूठी और कैश ले लिए। अपनी पिस्टल से हवा में दो राउंड फायर किया। इसके बाद रानीगंज होते हुए अपने घर चले गए।जिस पिस्टल से रुद्राक्ष और श्याम ने फायर किया था, वह पिस्टल उन्हीं दोनों के पास थी। दो आरोपी गिरफ्तार, फरार की पुलिस को तलाश
अंगूठी आशीष को लौटा दी थी। मैंने अपने दोस्त हरिश्चंद्र सरोज के मोबाइल से रुद्राक्ष के चचेरे भाई अर्पित शुक्ला को UPI से रकम भी भिजवाई थी। मामले में पुलिस ने आशीष और गोलू को गिरफ्तार कर लिया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। —————————– यह खबर भी पढ़ें… कानपुर में वकील ने दरोगा को थप्पड़ मारा, जानलेवा हमले के आरोपी को पकड़ा तो गाली देकर दौड़ाया कानपुर में लॉ स्टूडेंट पर जानलेवा हमला करने के आरोपी को कचहरी से अरेस्ट करने में पुलिस के पसीने छूट गए। आरोपी कचहरी से डिबार यानी बहिष्कृत अधिवक्ता प्रिंस राज सिंह को किसी तरह पुलिस ने वैन में बैठा लिया। इसी बीच वकील ने दरोगा को थप्पड़ जड़ दिया। जमकर धक्का-मुक्की हुई। इतना ही नहीं गाली-गलौज करते हुए पुलिस वालों को दौड़ा भी लिया। पढ़ें पूरी खबर…
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