गयाजी में प्रदेश के प्रशासनिक एजेंडे को नई दिशा देने के लिए 17 दिसंबर को बिहार भर के आईएएस अफसर जुटेंगे। इस अहम बैठक में राज्य के विकास काम की प्रगति, प्रशासनिक सुधार और भविष्य की कार्ययोजना पर गहन मंथन होगा। सूत्रों की मानें तो इस दौरान कई कड़े और दूरगामी फैसले लिए जा सकते हैं। बैठक का नेतृत्व खुद मुख्य सचिव करेंगे। खास बात यह है कि इस पूरी कवायद से फिलहाल मीडिया को दूर रखा गया है। जिससे बैठक को लेकर सियासी और प्रशासनिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आना प्रस्तावित है। यदि मुख्यमंत्री शामिल होते हैं, तो यह बैठक और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। माना जा रहा है कि राज्य के विकास मॉडल, जिलों के प्रदर्शन और प्रशासनिक जवाबदेही जैसे मुद्दों पर साफ दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बैठक को लेकर गया में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। 16 दिसंबर को वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशन में एसपी सिटी ने बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) भवन का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भवन परिसर की सुरक्षा व्यवस्था, प्रवेश और निकास प्वाइंट, पार्किंग व्यवस्था और समग्र सुरक्षा मानकों की बारीकी से जांच की गई। निरीक्षण के क्रम में आसपास के थाना क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था का भी जायजा लिया गया। यातायात पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि शहर में सुगम और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। खास तौर पर व्यस्त मार्गों पर जाम की स्थिति न बने, इस पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। प्रशासनिक गलियारों में माना जा रहा है कि यह बैठक सिर्फ समीक्षा तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आने वाले महीनों की प्रशासनिक रणनीति का खाका भी यहीं तय होगा। गयाजी में होने जा रहा यह मंथन राज्य की नौकरशाही के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
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