ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और युवाओं व पारंपरिक कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में खादी और ग्रामोद्योग आयोग की ओर से खगड़िया जिले में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत खादी और ग्रामोद्योग आयोग, राज्य कार्यालय पटना के तत्वावधान में जिला निबंधन परामर्श केंद्र (DRCC), खगड़िया में ग्रामोद्योग विकास योजना के तहत दो प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संयुक्त शुभारंभ किया गया। इन दोनों प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्घाटन जिलाधिकारी खगड़िया श्री नवीन कुमार ने किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वरोजगार आधारित योजनाएं आज के समय की आवश्यकता हैं और ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को रोजगार की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने का सशक्त माध्यम हैं। मोबाइल मरम्मत और कुंभकारों के लिए विशेष प्रशिक्षण इस संयुक्त कार्यक्रम के तहत दो अलग-अलग योजनाओं पर आधारित प्रशिक्षण शुरू किए गए हैं। पहला, कुशल कारीगर योजना के अंतर्गत 15 दिवसीय मोबाइल मरम्मत प्रशिक्षण कार्यक्रम और दूसरा, कुंभकार सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतर्गत 10 दिवसीय विद्युत चालित चाक प्रशिक्षण कार्यक्रम। मोबाइल मरम्मत प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लाभुकों को प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत खादी ग्रामोद्योग आयोग की ओर से निःशुल्क टूल किट और आवश्यक यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे प्रशिक्षित युवक स्वयं का मोबाइल रिपेयरिंग व्यवसाय शुरू कर सकेंगे। वहीं कुंभकार सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पारंपरिक कारीगरों को निशुल्क विद्युत चालित इलेक्ट्रिक चाक प्रदान किया जाएगा, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता और कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम: डीएम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी श्री नवीन कुमार ने कहा कि खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा संचालित ये योजनाएं युवाओं और पारंपरिक कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के साथ-साथ उपकरणों की सुविधा दिए जाने से लाभुकों को रोजगार शुरू करने में आसानी होगी। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी, बल्कि जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में ही रोजगार के अवसर सृजित हों, ताकि युवाओं का पलायन रोका जा सके। पलायन रोकने में सहायक होंगी योजनाएं: डीडीसी उप विकास आयुक्त श्री अभिषेक पलासिया ने कहा कि खादी ग्रामोद्योग आयोग की रोजगारपरक योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में नए स्वरोजगार के अवसर पैदा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि मोबाइल मरम्मत जैसे आधुनिक कौशल और कुंभकारी जैसे पारंपरिक कार्यों को तकनीक से जोड़कर रोजगार को टिकाऊ बनाया जा रहा है। इससे जिले के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में काम करने का अवसर मिलेगा और बाहर जाने की मजबूरी कम होगी। अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचे योजनाएं: नोडल अधिकारी खादी ग्रामोद्योग आयोग के नोडल अधिकारी श्री गोपाल कुमार सिंह ने आयोग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से युवाओं, महिलाओं और कारीगरों को इन योजनाओं से अधिक से अधिक जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग का उद्देश्य है कि प्रशिक्षण के साथ वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान कर लाभुकों को स्थायी स्वरोजगार से जोड़ा जाए। ग्रामोद्योग को मिलेगी नई पहचान जिला प्रशासन और खादी ग्रामोद्योग आयोग के संयुक्त प्रयास से खगड़िया जिले में ग्रामोद्योग, कौशल विकास और स्वरोजगार को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर उनकी आमदनी में भी इजाफा होगा। कुल मिलाकर यह पहल ग्रामीण विकास, आत्मनिर्भर भारत और रोजगार सृजन की दिशा में एक ठोस और सराहनीय कदम मानी जा रही है।
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