नवंबर का वेतन अधिकतर जिलों में 1 की जगह 4 दिसंबर और उसके बाद मिला
बिहार सरकार के वित्त विभाग के एक क्लर्क की मामूली चूक ने 6 लाख से अधिक कर्मचारियों का वेतन 4 दिन अटका दिया। हर महीने की एक तारीख को मिलने वाला वेतन इस महीने अधिकतर कर्मचारियों के खाते में 4 दिसंबर की देर शाम से आना शुरू हुआ। इसमें डीएम से लेकर अधीनस्थ कर्मचारी तक शामिल हैं। दैनिक भास्कर की तहकीकात में इसके पीछे रोचक मामला सामने आया। दरअसल, लंबे समय से बिहार सरकार के कर्मचारियों का वेतन नियमित है। कर्मचारियों को हर महीने की एक तारीख को सैलरी उनके खाते में आ जाती है। बैंक में 1 तारीख को किसी कारणवश छुट्टी रहने पर खुलते ही पहले वर्किग डे को कर्मचारियों के खाते में उनका वेतन आ जाता है। इस बार नहीं आने पर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। बिहार सरकार में आठ लाख कर्मचारी हैं। विभिन्न कारणों से छह लाख कर्मचारी ही इससे प्रभावित हुए। जानिए…ऐसा क्यों हुआ- दरअसल वेतन राशि जारी करने की अनुशंसा वित्त विभाग सॉफ्टवेयर के माध्यम से रिजर्व बैंक से करता है। सॉफ्टवेयर में बाय डिफॉल्ट वेतन जारी करने की तारीख 1-12 अंकित थी। नवंबर में लास्ट वर्किंग डे 29 होने के कारण उसी दिन वेतन जारी करने की अनुशंसा करनी पड़ी। कर्मचारी ने सॉफ्टवेयर में 1-12 तारीख में 1 को बदलकर 29 तो कर दिया। परंतु, 12 को बदलकर 11 करना भूल गया। इस कारण बैंक ने 29 दिसंबर को वेतन राशि जारी करने की अनुशंसा मानी। 3 दिसंबर तक वेतन नहीं आने के बाद बैंक से जानकारी मांगी गई, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। बहुत तरह की तकनीकी गड़बड़ी हो जाती है। इस बार भी उसी कारण सैलरी अटक गया होगा। बाकी राज्य सरकार की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से दुरुस्त है। -बिजेंद्र यादव, वित्त मंत्री, बिहार सरकार
https://ift.tt/rYqu67x
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply