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कौटिल्य नगर में बन रहे आवास में शिफ्ट होंगे लालू!:साले सुभाष यादव के पड़ोसी बनेंगे; 30 साल के लीज पर मिली थी जमीन

लालू परिवार को सरकार ने राबड़ी आवास खाली करने का नोटिस दिया है। धीरे-धीरे आवास को खाली भी कराया जा रहा है। लालू परिवार कहां शिफ्ट होगा। अब तक इस पर संशय बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, लालू फैमिली खरमास यानी 14 जनवरी के बाद पटना स्थित वेटनरी कॉलेज कैंपस के पीछे बन रहे अपने नए आवास में शिफ्ट हो सकते हैं। इस आवास के निर्माण का काम काफी तेजी से चल रहा है और इसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है। नए घर के अंदर करीब 24 मजदूर लगातार काम में जुटे हुए हैं। यह आवास आधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें पांच बेडरूम और दो बड़े हॉल बनाए जा रहे हैं। घर के बाहर एक बड़ा गार्डन एरिया भी है, जहां फिलहाल निर्माण से जुड़े कार्य चल रहे हैं, जिसे सुंदर और आकर्षक रूप देने के लिए पेंटिंग और फिनिशिंग का काम जारी है। लालू फैमिली के नए घर की तस्वीरें… महुआ बाग में भी बन रहा लालू यादव का नया बंगला दानापुर के महुआबाग इलाके में लालू परिवार का नया निजी आवास अब तेजी से आकार ले रहा है, लेकिन उसके पूरी तरह तैयार होने में अभी एक साल से अधिक का समय लग सकता है। ऐसे में अंतरिम व्यवस्था के तौर पर खरमास के बाद लालू यादव वेटनरी कॉलेज के पीछे बन रहे इसी नए बंगले में शिफ्ट हो सकते हैं। इस आवास के पीछे ही उनके साले सुभाष यादव का मकान भी स्थित है। नए घर का बाहरी स्ट्रक्चर लगभग तैयार है और अंदर इंटीरियर का काम जोर-शोर से चल रहा है। फोटो और वीडियो से साफ दिखता है कि यह घर किसी सामान्य बंगले जैसा नहीं, बल्कि एक भव्य हवेली की तरह बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य से जुड़े लोगों का कहना है कि घर को पूरी तरह तैयार होने में अभी 6 से 8 महीने का समय और लग सकता है। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी खुद भी समय-समय पर साइट पहुंचकर काम का निरीक्षण करते रहते हैं। नए आवास को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पहले सख्त जब दैनिक भास्कर की टीम लालू यादव के संभावित नए पते पर पहुंची और घर के अंदर जाने की कोशिश की, तो वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया। सुरक्षा कर्मियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि घर के अंदर वीडियो बनाने की अनुमति नहीं है और यह उनकी नौकरी से जुड़ा मामला है। इससे यह साफ संकेत मिलता है कि नए आवास को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही सख्त कर दी गई है। राबड़ी आवास से छोटी गाड़ियों में शिफ्ट किया गया था सामान 25 दिसंबर को बिहार में राबड़ी आवास से सामान की शिफ्टिंग की तस्वीर सामने आई थी। उस रात 4 से 5 छोटी गाड़ियां पटना में 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास (राबड़ी आवास) पहुंचीं। इन गाड़ियों से सामान को गोला रोड स्थित गौशाला में शिफ्ट किया गया। इसके बाद यह दूसरी जगह भेजा जाएगा। रात के अंधेरे में राबड़ी आवास पहुंचीं छोटी गाड़ियों से पौधे और गार्डन के अन्य समान निकालने की तस्वीर समाने आईं थीं। ये शिफ्टिंग ऐसे वक्त हुई जब RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पटना में नहीं थे, वो दिल्ली गए थे। तेजस्वी भी बाहर है। 1 महीने पहले मिला था राबड़ी आवास खाली करने का नोटिस 20 साल बाद लालू परिवार को सरकारी आवास (राबड़ी आवास) खाली करने का नोटिस मिला है। एक महीने पहले 25 नवंबर को बिहार भवन निर्माण विभाग ने ये नोटिस भेजा था। भवन निर्माण विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि बिहार विधान परिषद के नेता विपक्ष के लिए पटना केंद्रीय पुल की आवास संख्या 39 हार्डिंग रोड अलॉट किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, राबड़ी आवास को खाली करने की प्रक्रिया पिछले कुछ दिनों से चल रही है। पूरा सामान धीरे-धीरे महुआ बाग और आर्य समाज रोड स्थित आवास पर ले जाया जा रहा है। इस आवास को चरणबद्ध तरीके से खाली किया जाने लगा है। JDU बोली- राबड़ी आवास से टोंटी-कमोड चोरी हो सकता है, सरकार निगरानी रखे राबड़ी आवास से सामान की शिफ्टिंग को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोमवार को भवन निर्माण विभाग को पत्र लिखकर आवास में मौजूद सरकारी प्रॉपर्टी की निगरानी की मांग की है। नीरज कुमार ने कहा है कि, ‘भवन निर्माण विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकार ने जो सामान दिया है वो सुरक्षित हैं और वक्त पर वापस मिल जाए।’ नीरज कुमार ने लेटर में लिखा है कि, राबड़ी देवी और उनका परिवार आवास में मौजूद नहीं है और उनकी गौर मौजूदगी में आवास खाली किया जा रहा है तो भविष्य में यह आरोप लगाया जा सकता है कि सरकारी सामान उनके द्वारा नहीं बल्कि विभागीय लापरवाही या किसी साजिश के तहत हटाई गई। जिससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो सकता है। लालू को लीज पर मिली थी जमीन, अब अवधि खत्म MLA-MLC को सस्ते दर पर मकान के लिए जमीन मुहैया कराई गई। सराकर ने 1986 से 1990 के बीच कौटिल्य नगर में को-ऑपरेटिव के जरिए 30 साल के लीज पर जमीन दी। जब ये जमीन दी गई थी तब जगन्नाथ मिश्रा की सरकार थी। इस सरकार न वेटनरी कॉलेज की 20 एकड़ जमीन बांट दी। जमीन की लीज अवधि अप्रैल 2016 में खत्म हो चुकी है। इसके बावजूद अभी भी माननीय का परिवार रह रहा है। इस जमीन पर आवास बनाकर रह रहे कई माननीयों को सरकारी आवास भी अलग से दिया गया है। यह मामला पटना हाईकोर्ट में लंबित है।
15 नवंबर को राबड़ी आवास से निकली थीं रोहिणी नोटिस मिलने से ठीक 10 दिन पहले 15 नवंबर की देर रात लालू यादव को किडनी देने वाली बेटी रोहिणी ने रोते-रोते राबड़ी आवास छोड़ दिया था। पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में रोहिणी ने कहा, ‘मेरा कोई परिवार नहीं है। उन्होंने ही मुझे परिवार से निकाला है। सारी दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ है, लेकिन उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है।’ इसके बाद तीन और बेटियों ने राबड़ी आवास छोड़ दिया था। तेज प्रताप को लालू यादव, पहले ही पार्टी और परिवार से बाहर कर चुके हैं। इसके बाद से वे अपने सरकारी आवास में रह रहे हैं। राबड़ी आवास में फिलहाल लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और उनकी फैमिली रहती है।


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