किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड में पिपरीथान से बादल चौक (बंगाल सीमा) तक जाने वाली लगभग 15 किलोमीटर लंबी एनएच-327ई सड़क की जर्जर हालत के कारण शुक्रवार को ग्रामीणों और भाजपा नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने एनएच-327ई को जाम कर सड़क निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। सड़क का टेंडर होने के बावजूद काम शुरू नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। तीन सालों से सड़क की नहीं हुई मरम्मत यह सड़क पथरिया, बेसरबाटी, कुकुरबाघी और भातगांव पंचायतों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है। पिछले लगभग तीन वर्षों से इसकी मरम्मत नहीं हुई है, जिसके कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे और टूटे-फूटे हिस्से बन गए हैं। इस वजह से दोपहिया और चारपहिया वाहनों का आवागमन जोखिम भरा हो गया है, खासकर रात के समय दुर्घटनाओं की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। स्थानीय निवासी रामलाल पासवान ने बताया कि सड़क की खराब स्थिति के कारण रोजाना दर्जनों वाहन फंस जाते हैं। इससे सबसे अधिक परेशानी छात्र-छात्राओं को हो रही है, जो राजकीय पॉलिटेक्निक, आईटीआई और विभिन्न स्कूलों में पढ़ने के लिए इसी मार्ग से गुजरते हैं। सड़क पर गड्ढों के चलते वाहन चालक हो रहे चोटिल एक अभिभावक मीना देवी ने शिकायत की कि बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है और गड्ढों में गिरकर उन्हें कई बार चोटें भी लगी हैं। मरीजों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि एंबुलेंस अक्सर फंस जाती हैं, जिससे समय पर इलाज नहीं मिल पाता। किसानों पर भी इस सड़क का सीधा आर्थिक असर पड़ रहा है। चाय, अनानास, मक्का और धान जैसे कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में उन्हें अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है। वाहनों का किराया दोगुना हो गया है, और फसल खराब होने का खतरा भी बढ़ गया है। जाम के दौरान ग्रामीणों ने नारेबाजी की, जिससे सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सूचना मिलने पर एसडीपीओ 2 मंगलेश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, खबर लिखे जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी था।
https://ift.tt/wdFjzOH
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply