भागलपुर| साल की अंतिम कालाष्टमी गुरुवार को घरों और मंदिरों में पूजा-अर्चना कर मनायी गयी। गौरतलब हो कि हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को यह मनाया जाता है और यह व्रत भगवान भैरव को समर्पित है। गुरुवार को श्रद्धालुओं ने स्नान कर चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान भैरव की प्रतिमा रख बेल, चंदन और मिठाई का चढ़ावा चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। बूढ़ानाथ के पुजारी ऋषिकेश पांडे ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार कालाष्टमी पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। उन्होंने बताया कि भगवान कालभैरव का रौद्र रूप शिव का ही रूप है।
https://ift.tt/aUzfYiP
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply