अगर आप यूपी में एक्सप्रेस-वे से सफर करते हैं तो अलर्ट हो जाइए। एक नवविवाहित जोड़े का प्राइवेट वीडियो एक्सप्रेस-वे पर लगे CCTV से रिकॉर्ड किया गया। पति-पत्नी कार में थे। उन्होंने टोल प्लाजा से पहले कार रोकी और रोमांस करने लगे। एक्सप्रेस-वे के ‘एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ (ATMS) के असिस्टेंट मैनेजर ने प्राइवेट पलों का वीडियो बना लिया। वह मौके पर पहुंचा और वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया। वीडियो वायरल करने की धमकी दी और 32 हजार रुपए वसूल लिए। बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। शादीशुदा जोड़ा, मैनेजर के इकलौते शिकार नहीं हैं। पांच से छह पीड़ितों ने इसकी लिखित शिकायत सीएम योगी, सुल्तानपुर डीएम-एसपी और एक्सप्रेस-वे के अफसरों से की। पीड़ितों ने सबूत भी दिए। पीड़ितों ने बताया- ATMS का मैनेजर आशुतोष सरकार एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरों से नजर रखता था। कोई अश्लील हरकत होने पर रिकॉर्ड करके उनके पास पहुंच जाता और वसूली करता है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि उसने टोल प्लाजा के आस-पास के तीन गांवों की कई महिलाओं और लड़कियों के फुटेज बनाए हैं और उन्हें ब्लैकमेल किया। मामला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के हलियापुर स्थित टोल प्लाजा का है। टोल मैनेजर टर्मिनेट, FIR से पहले बैकडेट में निकाला ‘दैनिक भास्कर’ के खुलासे के बाद ‘एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ (ATMS) का काम देखने वाली ठेका कंपनी ने ब्लैकमेलर डिप्टी मैनेजर आशुतोष सरकार को टर्मिनेट कर दिया, लेकिन एक्शन में भी कंपनी ने खेल किया। आरोपी आशुतोष सरकार का टर्मिनेशन 30 नवंबर 2025 को दिखाया है, जबकि पीड़ितों ने इसकी शिकायत 2 दिसंबर को CM योगी, सुल्तानपुर के DM और SP से की थी। आशुतोष सुपर-वेव कम्युनिकेशन एंड इंफ्रा सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड (SCIPL) कंपनी का कर्मचारी था। वह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पैकेज-3 के सहायक प्रबंधक के पद पर काम कर रहा था। कंपनी ने उसे प्राइवेट वीडियो और उसे लीक करने का आरोपी करार दिया, लेकिन बैकडेट में टर्मिनेट करके पल्ला झाड़ लिया। कंपनी की तरफ से कोई FIR दर्ज नहीं कराई गई। कंपनी के लेटर के अनुसार, आशुतोष के खिलाफ प्रोजेक्ट अथॉरिटी ने शिकायत की। जांच के बाद आशुतोष की तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त कर दी गईं। उन्होंने परियोजना से जुड़े वीडियो लीक किए, जो सीरियस मिस कंडक्ट है। उन्होंने कंपनी के नियमों का उल्लंघन और गोपनीयता भंग की। इससे कंपनी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची। यह कतई स्वीकार नहीं है। आशुतोष से कहा गया है कि वे सेवा समाप्ति की तिथि यानी 30 नवंबर से पहले कंपनी से जुड़े दस्तावेज, एक्सेस कार्ड सौंप दें। इसके बाद फूल एंड फाइनल सेटलमेंट कंपनी के पॉलिसी के हिसाब से किया जाएगा। हम उम्मीद करते हैं कि आप कंपनी से निकाले जाने की प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, दो दिन पहले संदीप दीक्षित नाम के अफसर ने आशुतोष सरकार को पूछताछ के लिए बुलाया था। पहले दोनों लेटर देखिए शिकायत–2 दिसंबर को गजब: शिकायत से पहले एक्शन खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… अब पढ़िए कैसे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर वीडियो बनाए और ब्लैकमेल किए 2 दिसंबर को छह लोगों ने लेटर लिखकर सीएम योगी, सुल्तानपुर के डीएम–एसपी से लिखित शिकायत की थी। आजमगढ़ के पीड़ित युवक ने अपनी शिकायत में कहा है कि हाल ही में उसकी शादी हुई। वह 25 अक्टूबर को अपनी पत्नी के साथ आजमगढ़ से लखनऊ जा रहा था। बल्दीराय थाना क्षेत्र में किमी 93 के पास कार रोकी। मैनेजर आशुतोष, वीडियो बनाकर मौके पर पहुंचा। कार का दरवाजा खुलवाया और वीडियो दिखाया। धमकी दी कि रुपए नहीं देने पर वायरल कर देगा। मैनेजर ने 32 हजार रुपए वसूले और बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। मिल्कीपुर (अयोध्या) के एक युवक से इसी तरह 10 हजार रुपए की वसूली की गई। युवक अपनी गर्लफ्रेंड के साथ कार में था। यह घटना दो माह पहले की है और टोल के CCTV फुटेज में मौजूद है। रिश्वतखोर पुलिसवालों से भी की वसूली
एक्सप्रेस-वे के किमी 144 के पास एक ट्रक ड्राइवर और महिला से पुलिसकर्मियों ने वसूली की। मैनेजर ने पुलिसवालों का वसूली करते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। फिर मैनेजर ने पुलिस से भी 2 हजार रुपए की वसूली की। यह घटना काफी पुरानी है। युवक ने इसकी पूरी जानकारी अफसरों को दी है। आसपास की खेतों पर भी नजर रखता
आरोप के अनुसार, मैनेजर एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों का नाजायज फायदा उठाता है। वह आसपास के गांवों जैसे जरईकलां, हलियापुर और गौहनियां की महिलाओं पर नजर रखता है। घर के बाहर शौच आदि के लिए जाने वाली महिलाओं और लड़कियों की गतिविधियों को कैमरे से निगरानी करता है। प्रशासनिक, पुलिस और एक्सप्रेस-वे के अफसरों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सुल्तानपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रिकॉर्ड खंगाले। मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी के एंगल की भी जांच की। सीसीटीवी कैमरे आसपास के खेतों में फोकस दिखे। सूत्रों के मुताबिक, मैनेजर के पास से ऐसे कई अश्लील वीडियो मिले हैं, जो एक्सप्रेस-वे और खेतों में बनाए गए हैं। हर 2 किमी पर कैमरे लगे हैं, लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक नजर
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 341 किमी लंबा है। हर दिन इस एक्सप्रेस-वे से करीब 20 हजार गाड़ियां गुजरती हैं। 2-2 किमी पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। यह सभी कैमरे हाई रेज्युलेशन वाले और घूमने वाले हैं। इनसे किसी सब्जेक्ट पर कंट्रोल रूम से फोकस किया जा सकता है। इन कैमरों से लखनऊ से गाजीपुर तक नजर रखी जाती है। इसकी कंट्रोलिंग हलियापुर स्थित टोल प्लाजा से होती थी। इसी का फायदा मैनेजर उठा रहा था। यूपीडा के जेई प्रभात सिंह ने बताया- मामले का संज्ञान लिया जा रहा है। काफी गंभीर मामला है, जांच कराकर जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। क्या होता है ATMS
एआई आधारित एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है। यह सिस्टम ट्रैफिक निगरानी से लेकर हादसों पर नजर रखता है। ट्रैफिक रूल तोड़ने पर तुंरत कार्रवाई और आपात स्थितियों में ऑटो रिस्पॉन्स जैसी कई खूबियों से लैस होता है। पूरे एक्सप्रेसवे को इससे कंट्रोलिंग की जाती है। जगह–जगह हाई रिजोल्यूशन कैमरे लग होते हैं। इसी से निगरानी होती है।
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ये भी पढ़ें… हाईवे पर एमपी में भाजपा नेता का अश्लील वीडियो रिकॉर्ड हुआ था छह महीने पहले मध्यप्रदेश के मंदसौर में भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ के कथित अश्लील वीडियो सामने आया था। वह अपनी महिला मित्र के साथ न्यूड थे।दोनों कार से नीचे उतर के हाईवे अश्लील हरकत कर रहे थे। इसका वीडियो हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकाॅर्ड हो गया था। इस पर खूब बवाल मचा था। पढ़ें पूरी खबर…
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