बांका जिले के चांदन प्रखंड क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। स्थानीय अंचल अधिकारी की तरफ से अब तक सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। इसके कारण आमजन, विशेषकर गरीब, बुजुर्ग और राहगीर ठिठुरने को मजबूर हैं। इस भीषण ठंड का असर ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ प्रखंड के अधिकारियों और पदाधिकारियों पर भी पड़ रहा है, जो ठंड महसूस कर समय से पहले ही कार्यालय छोड़ देते हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि हर साल प्रशासन की ओर से चांदन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चांदन बस स्टैंड, गांधी चौक, हटिया, एमएमके स्कूल के समक्ष शहीद चौक और दुबे मंदिर के पास जैसे सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की जाती थी। इसका उद्देश्य राहगीरों, स्थानीय दुकानदारों और अन्य लोगों को ठंड से राहत प्रदान करना था। हालांकि, इस वर्ष चांदन अंचलाधिकारी द्वारा कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे प्रखंड मुख्यालय सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर लोगों में नाराजगी है। चांदन पीएचसी की डॉ. प्रीति कुमारी, डॉ. शशिकांत और एएनएम इंदु दीदी ने बताया कि हाल ही में चांदन अस्पताल में छह प्रसव पीड़ित महिलाओं को भर्ती किया गया है। इसके अतिरिक्त, लगभग 10 महिलाओं का बंध्याकरण भी होना है। इन सभी महिलाओं के साथ दो से तीन परिजन भी आए हैं, जिन्हें इस कड़ाके की ठंड में अस्पताल के आसपास रात गुजारनी पड़ रही है। ऐसी स्थिति में अस्पताल परिसर में अलाव की व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। अस्पताल के कर्मचारियों ने अंचलाधिकारी से मांग की है कि हर साल की तरह इस साल भी अलाव की व्यवस्था की जाए, ताकि मरीजों के साथ आए लोगों और 24 घंटे तैनात रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को भी ठंड से राहत मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि ठंड के कारण किसी भी समय कोई दुर्घटना हो सकती है।
https://ift.tt/pTyuiFw
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply