औरंगाबाद के ओबरा थाना अंतर्गत डिहरा पंचायत के नवनेर, अजौरा, लबदना समेत कई गांवों के सैकड़ों ग्रामीण किसान सोमवार को अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट स्थित डीएम ऑफिस पहुंचे। सभी ग्रामीणों ने डीएम से मुलाकात कर सोन दियारा क्षेत्र में खेती से जुड़ी गंभीर समस्या से अवगत कराया। डीएम ने ग्रामीणों की बात को गंभीरता से सुना और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने बताया कि नवनेर गांव के दर्जनों किसान वर्षों से सोन दियारा क्षेत्र में खेतीबाड़ी करते आ रहे हैं। ये खेती उनके पुरखों के समय से चली आ रही है। पहले इस भूमि पर लगान भी कटता था, जिसे किसान नियमित रूप से जमा करते थे। बाद में सरकार की ओर से लगान माफ कर दिए जाने की जानकारी मिली। बावजूद इसके, आज भी इसी भूमि पर किसान हरी साग-सब्जी सहित कई प्रकार की फसल उगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। सैकड़ों किसानों की आजीविका पूरी तरह इसी खेती पर निर्भर है। बालू निकालने के नाम पर सोना डीला को किया जा रहा है बर्बाद ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ वर्षों से सोन दियारा क्षेत्र में बालू घाट का ठेका दिए जाने के बाद से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ठेकेदार द्वारा बालू निकालने के नाम पर किसानों के खेतों को काटा जा रहा है और तैयार फसलों को बर्बाद किया जा रहा है। खेतों में खड़ी हरी फसल को जबरन नष्ट कर दिया जा रहा है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि जब उन्होंने ठेकेदार से बातचीत कर अपनी समस्या रखी तो ठेकेदार ने उल्टे उन्हें धमकी दी। ठेकेदार दबंग प्रवृत्ति का है और बालू निकालने के लालच में किसानों को डराने-धमकाने का काम कर रहा है। किसानों का कहना है कि ठेकेदार चाहता है कि सोन दियारा क्षेत्र में खेती पूरी तरह बंद हो जाए ताकि वह बिना किसी रोक-टोक के भारी मात्रा में बालू की खुदाई कर सके। ग्रामीणों ने पुलिस पर भी लगाए गंभीर रूप ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दिए जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ठेकेदार पैसे के बल पर किसानों को बरगलाने और दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है। यदि यही स्थिति बनी रही तो सैकड़ों किसान बेरोजगार हो जाएंगे और रोजी-रोटी के लिए दूसरे प्रदेशों में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हो जाएंगे। ग्रामीण किसान कुंज बिहारी साव, राम प्रसाद, सुदामा चौधरी, गंगा चौधरी, मालती देवी, राधा कुमारी सहित अन्य किसानों ने जिलाधिकारी से मांग की कि बालू ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की जाए और किसानों की फसल एवं खेती की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस दौरान सुदामा चौधरी, शैलेंद्र चौधरी, अखिलेश कुमार, रामाशीष चौधरी, अनिल कुमार, कमल चौधरी, बेबी देवी, सुशीला देवी, सरिता देवी, छोटू कुमार, अर्जुन चौधरी, नकुल चौधरी, पूजा देवी, लक्ष्मी देवी, गुड़िया देवी सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि यदि जिला प्रशासन समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं करता है तो किसान आंदोलन करने को मजबूर होंगे। सभी ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए सोन दियारा क्षेत्र में खेती को बचाने और बालू ठेकेदार की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है।
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