ओरल हाईजीन से जुड़े वो मिथक, जिन पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं लोग
Oral Hygiene Myths: एक अच्छी मुस्कान के लिए हमारे दातों का साफ और हेल्दी होना बहुत जरूरी होता है. हम सभी चाहते हैं कि, हमारे दांत और मसूड़े लंबे समय तक हेल्दी बने रहे हैं. यही वजह है कि एक्सपर्ट भी रात को सोने से पहले और सुबह दांतों को ब्रश करने की सलाह देते हैं. दांत साफ करने के लिए लोग ब्रश करने के अलावा माउथ वॉश का भी इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, कुछ लोगों के दांत पीले रह जाते हैं, कुछ लोगों के दातों में खून आता है तो किसी के मसूड़े में सूजन रहती है. इसके लिए वो घरेलू नुस्खें अपनाते हैं. वहीं, कुछ लोग तो सुनी-सुनाई बातों पर भरोसा कर लेते हैं और दांतों को और नुकसान पहुंचा लेते हैं.
ओरल हाईजीन से जुड़े कुछ ऐसे मिथक हैं जिन पर लोग आसानी से भरोसा कर लेते हैं, जिसकी वजह से कैवेटी, पायरिया, मुंह से बदबू आना और पीले दातों की समस्या बनी रहती है. आज इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही ओरल हाईजीन से जुड़े कुछ मिथक बताएंगे, जिनपर लोग भरोसा तो कर लेते हैं, लेकिन ये दांतों के लिए बिल्कुल सही नहीं होते हैं.
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मिथक 1: दिन में ज्यादा बार ब्रश करने से दांत ज्यादा साफ होते हैं
सच्चाई : कुछ लोगों को लगता है कि दिन में अगर हम 3 बार ब्रश करते हैं तो हमारे दांत ज्यादा सफेद और ज्यादा स्वस्थ्य रहते हैं. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. बल्कि ज्यादा ब्रश करने से दांतों की ऊपरी परत जिले एनामेल कहते हैं वो कमजोर हो जाती है, जिससे मसूड़े को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए ज्यादा बार नहीं बल्कि दिन में 2 बार ही ब्रश करना चाहिए. रात को सोने से पहले और सुबह उठने के बाद.
मिथक 2: हार्श ब्रश करने से दांत ज्यादा साफ होते हैं
सच्चाई : कुछ लोग ब्रश करते दौरान बहुत जोर से दांतो को रगड़ते हैं. उनका मानना है कि जितना हार्श ब्रश करेंगे दांत का पीलापन उतना हटेगा. लेकिन ये सिर्फ मिथक है, क्योंकि ज्यादा सख्त ब्रश करने से मसूड़ो को नुकसान पहुंच सकता है और दातों की ऊपरी परत भी हट सकती है. इसलिए हमेशा नॉर्मल ब्रश करें और टूथब्रश भी सॉफ्ट ब्रिसल वाला चुनें.
मिथक 3: सिर्फ 2 टाइम ब्रश करना ही काफी है .
सच्चाई : कुछ लोगों को लगता है कि दिन में 2 बार ब्रश करना ही काफी है. लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि ब्रश करने से सिर्फ दांतों की सतह ही साफ होती है. दांतों के बीच की गंदगी और बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए माउथ वॉश और फ्लासिंग की जरूरत पड़ती है. नहीं तो कैविटी और मुंह की बदबू की समस्या बढ़ सकती है.
मिथक 4: मीठा खाने से ही दांत खराब होते हैं.
सच्चाई : अमूमन लोगों को लगता है कि मीठा खाने से ही दांत खराब होते हैं. लेकिन असल में ये सिर्फ मिथक है. मीठे के साथ ही जंक फूड, सोडा, स्टिकी फूड जैसी चीजें भी दांतों में बैक्टीरिया और कैविटी का कारण बनते हैं. इसलिए सिर्फ मीठा बंद करना ही काफी नहीं है, बल्कि आपको बैलेंस डाइट लेनी होगी.
मिथक 5 : माउथवॉश दूर करता है सारी प्रॉब्लम
सच्चाई : कुछ लोगों को लगता है कि ब्रश करने के बाद माउथवॉश करने से पूरी ओवरऑल ओरल हेल्थ सही रहती है. लेकिन ऐसा नहीं है, माउथवॉश सिर्फ सांसों से आने वाली बदबू को दूर करता है. लेकिन अगर पायरिया, कैविटी जैसी समस्या है तो माउथ वॉश इसमें काम नहीं आएगा.
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