भोजपुर जिले में एक बार फिर भोजपुर पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। जिले के विभिन्न थाना व ओपी क्षेत्रों से चोरी, छिनतई, लूट और गुम हुए कुल 106 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सभी मोबाइल उनके वास्तविक मालिकों को सौंप दिया, जिससे लोगों के चेहरों पर खुशी लौट आई। मोबाइल वापस मिलने पर कई लोगों ने भोजपुर पुलिस को धन्यवाद भी कहा। पुलिस अधीक्षक राज के निर्देश पर इस अभियान के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम ने तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर मोबाइल की ट्रैकिंग कर बरामदगी की। बरामद सभी मोबाइल की 21 लाख रुपए कीमत पुलिस के अनुसार, बरामद किए गए 106 मोबाइल की अनुमानित कीमत 21 लाख रुपए से अधिक है। नए साल से ठीक पहले पुलिस अधीक्षक राज ने अपने हाथों से मोबाइल धारकों को मोबाइल सौंपे और उनसे मुलाकात कर उनका हालचाल भी जाना। मोबाइल वितरण कार्यक्रम के दौरान कई भावुक क्षण भी देखने को मिले। कुछ लोग ऐसे थे, जिन्होंने मोबाइल मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। ऐसे में जब उन्हें उनका मोबाइल वापस मिला, तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी। लोगों ने पुलिस की इस पहल की जमकर सराहना की और कहा कि इस तरह के अभियान से आम जनता का पुलिस पर भरोसा और मजबूत होता है। महिला ने कहा- एक-एक रुपए जुटाकर मोबाइल खरीदा था संदेश थाना क्षेत्र के फुलाड़ी गांव की रहने वाली पुष्पा देवी ने बताया कि उनके पति मजदूरी करते है। एक एक रुपये बटोर के मोबाइल घर में खरीदा गया था। आठ माह पूर्व मुझे काम करने के दौरान सांप ने डंस लिया था। इसके बाद मुझे इलाज और झाड़–फूंक के लिए सती माई के पास ले जाया गया था। थकावट के कारण हम जमीन में बैठ गई थी। उसी दौरान चार–पांच लोग आए मेरे मोबाइल को चोरी करके लेकर चले गए। सती माई के पास मोबाइल चोरी हुई थी। मोबाइल गुम होने का मुझे काफी दुख था। लेकिन आज मेरा मोबाइल मुझे वापस मिल गया है। काफी खुश हूं,गरीब परिवार के घर में मोबाइल खरीदना काफी कठिन होता है। फर्स्ट डिवीजन आने के बाद बेटे के लिए खरीदा था मोबाइल खनगांव के रहनी वाली शशि कला तिवारी ने बताया कि उनके बेटा मैट्रिक में फर्स्ट डिवीजन से पास हुआ था। सरकार ने तौफे के तौर पर 10 हजार रुपए दिए गए थे। बेटे की आगे की पढ़ाई के लिए मोबाइल खरीदा था। लेकिन मोबाइल लेने अभी कुछ दिन ही थे, तभी घर से किसी ने चोरी कर लिया था। मोबाइल चोरी के बाद पूछताछ के दौरान कुछ लोगों से झगड़ा भी हुआ था। उसके बाद हमने थाना में आवेदन दिया था। जिस दिन मोबाइल चोरी हुआ था, उस दिन मैने खाना तक नहीं खाया था। काफी दुख भी हुआ था,आज मोबाइल मिला है एक नई उम्मीद जगी है। SP सर को बहुत बहुत दिल से धन्यवाद। इधर, मोबाइल मिलने के बाद अंजलि तिवारी ने बताया कि वो लाइब्रेरी से पढ़ाई करने के बाद घर जा रही थी। इसी दौरान बाइक सवार उचक्कों ने मेरे हाथ से मोबाइल छिनकर भाग गए थे। मेरे पापा प्राइवेट जॉब करते है। काफी मेहनत से पापा ने मोबाइल खरीदा था। छिनतई के बाद मैने काफी रोया था। मेरी पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही थी। इसके बाद मैने स्थानीय थाना में कंपलेन दर्ज कराया था। मोबाइल में मैने सारा डॉक्यूमेंट भी रखा था। आज मोबाइल मिला है काफी खुश हूं। भोजपुर पुलिस अधीक्षक राज ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत कुल 441 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 92 लाख रुपए से अधिक है। सभी मोबाइल उनके वास्तविक धारकों को सौंप दिए गए हैं। जिला पुलिस की ओर से यह अभियान लगातार जारी है। पुलिस अधीक्षक राज ने कहा कि ऑपरेशन मुस्कान का उद्देश्य आम लोगों को राहत पहुंचाना और मोबाइल चोरी जैसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाना है। आगे भी इस अभियान को और तेज किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को उनका खोया हुआ मोबाइल वापस दिलाया जा सके।
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