सहरसा में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 69वीं पुण्यतिथि पर महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर एससी-एसटी कर्मचारी संघ की जिला इकाई ने कड़ा रोष व्यक्त किया है। संघ ने इसे बाबा साहेब के प्रति प्रशासन की उदासीनता बताया। संघ के जिला सचिव विनोद कुमार राम ने बताया कि कार्यक्रम की सूचना जिला प्रशासन को समय रहते दे दी गई। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से एडीएम निशांत से मुलाकात की। कार्यक्रम स्थल पर कोई वरीय अधिकारी नहीं पहुंचा इसके अतिरिक्त डीएम कार्यालय के गोपनीय अनुभाग में संघ के लेटर पैड के माध्यम से लिखित सूचना और एसपी को भी पत्र सौंपा गया था। इसके बावजूद, निर्धारित समय पर जिला प्रशासन का कोई भी वरीय अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं था। विनोद कुमार राम ने यह भी बताया कि सहरसा डीएम के गोपनीय शाखा से सुबह करीब 11 बजे कार्यक्रम के लिए फूल-माला भेजी गई थी, लेकिन कोई भी वरीय अधिकारी उपस्थित नहीं हुआ। संघ का कहना है कि जहां पहले हर साल जिला प्रशासन के अधिकारी कार्यक्रम में शामिल होकर सम्मान प्रकट करते थे, वहीं इस बार के उदासीन रवैये से समाज के लोग काफी आहत हुए हैं। हालांकि, शिक्षा विभाग की ओर से जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) हेमचंद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। संघ ने डीईओ की उपस्थिति को सराहनीय बताया, लेकिन अन्य अधिकारियों की अनुपस्थिति को निराशाजनक करार दिया। प्रशासन का इस महत्वपूर्ण दिवस पर शामिल न होना दुर्भाग्यपूर्ण कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष मिथलेश कुमार ने भी प्रशासनिक उदासीनता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर के विचार और योगदान केवल किसी वर्ग विशेष के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत हैं। ऐसे में प्रशासन का इस महत्वपूर्ण दिवस पर शामिल न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। संघ ने स्पष्ट किया कि उनकी जिम्मेदारी कार्यक्रम की सूचना देना था, जो समय पर पूरी कर दी गई थी। इसके बावजूद, प्रशासनिक स्तर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला।
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