इधर एससी-एसटी थाना में दिए आवेदन में पीड़ित ने बताया कि मैं पिछले 3 साल से धमदाहा अनुमंडल कार्यालय में पदस्थापित हूं। 18 दिसम्बर के दिन लगभग 12:10 बजे धमदाहा के एसडीओ मुझे कार्यालय कक्ष में बुलाकर आपदा से संबंधित लंबित अभिलेख की पूछताछ करने लगे। धमदाहा अनुमंडल कार्यालय धमदाहा में लंबित मामला शून्य बताया गया। पीड़ित ने बताया कि पूछताछ के क्रम में ही एसडीओ वेश्म में ही काफी आक्रोशित हो गए तथा गाली-गलौज करते हुए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। एसडीओ ने जबरन त्यागपत्र लिखवा लिया। धमदाहा एसडीओ अनुपम ने लिपिक द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। कहा कि लिपिक अजय कुमार से आपदा का पेंडिंग कार्य नहीं करने के कारण डांट-फटकार किया गया था। विशनपुर में सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम को लेकर हमलोग तैयारी में लगे हुए है। इसलिए जल्द कार्य करने को कहा गया। एसडीओ ने यह भी बताया कि दो-तीन दिन पहले कार्य का बंटवाया गया गया है। लगता है उसी से वे आहत होकर मेरे विरूद्ध मनगढंत आरोप लगाया है। उसने यह भी बताया कि लिपिक अपना त्यागपत्र में दिया है लेकिन मैंने अग्रसारित नहीं किया है। मैं जानता भी नहीं हूं कि वह किस जाति का है । ^धमदाहा एसडीओ कार्यालय के लिपिक ने एक आवेदन दिया है। मामले की सूचना वरीय अधिकारी को दी गई है। वरीय पदाधिकारी के निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। -उमेश पासवान , एससी-एसटी थानाध्यक्ष भास्कर न्यूज|पूर्णिया धमदाहा अनुमंडल कार्यालय में कार्यरत एक निम्नवर्गीय लिपिक अजय कुमार ने धमदाहा के एसडीओ अनुपम पर मारपीट करने व जाति सूचक शब्द के साथ गाली-गलौज करने आ आरोप लगाया है। मामले को लेकर पीड़ित लिपिक ने एससी-एसटी थाने में लिखित आवेदन दिया है। साथ ही जिले के सभी वरीय पदाधिकारी को भी आवेदन दिया है। एसडीओ ने मारपीट व गाली-गलौज के आरोप को बेबुनियाद बताया है।
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