भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 47वीं वाहिनी रक्सौल द्वारा सेनुवारिया गांव में आयोजित 30 दिवसीय निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण का शनिवार को समापन किया गया। नागरिक कल्याण कार्यक्रम के तहत चलाए गए इस प्रशिक्षण में शामिल महिलाओं और युवतियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित समापन समारोह में द्वितीय कमान अधिकारी संजय रावत ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि एसएसबी केवल सीमा की सुरक्षा ही नहीं करती, बल्कि सीमावर्ती इलाकों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगारपरक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराती है। “प्रशिक्षण से महिलाएं और युवा आर्थिक रूप से सक्षम होंगे” संजय रावत ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं और युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को सीखे गए कौशल को रोजगार का माध्यम बनाने के लिए प्रेरित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। एसएसबी समय-समय पर देता है रोजगारपरक प्रशिक्षण उन्होंने बताया कि एसएसबी सिलाई, कंप्यूटर शिक्षा, खेलकूद और अन्य कौशल आधारित प्रशिक्षण समय-समय पर आयोजित करती है, ताकि सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं को बेहतर अवसर मिल सकें। स्थापना दिवस पर होगी ‘बॉर्डर यूनिटी रन’ रावत ने आगामी एसएसबी स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान होने वाली ‘बॉर्डर यूनिटी रन’ में अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह दौड़ सीमा क्षेत्र में एकता, स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देती है। बड़ी संख्या में ग्रामीण और पदाधिकारी रहे मौजूद समापन कार्यक्रम में उप-कमांडेंट दीपक कृष्ण, सहायक कमांडेंट दीपांशु चौहान, अन्य एसएसबी अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने एसएसबी की इस पहल की सराहना की और इसे क्षेत्र के विकास के लिए उपयोगी बताया।
https://ift.tt/RNxI3mt
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply