पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर जोन के अपर महाप्रबंधक (एजीएम) विनोद कुमार शुक्ल ने रविवार को देवरिया सदर रेलवे स्टेशन का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने प्लेटफॉर्म नंबर-1 सहित पूरे स्टेशन परिसर का जायजा लिया और चल रहे विकास कार्यों तथा यात्री सुविधाओं की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान एजीएम के साथ स्टेशन अधीक्षक, इंजीनियरिंग, विद्युत और आरपीएफ विभाग के अधिकारी मौजूद थे। एजीएम ने प्लेटफॉर्म की स्वच्छता, शौचालय, यात्री प्रतीक्षालय, पेयजल व्यवस्था और टिकट काउंटरों की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया। एजीएम ने अधिकारियों से ‘गति शक्ति’ के तहत ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ में हो रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने निर्माण एजेंसी और रेलवे अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित मानकों और समय सीमा के भीतर पूरे किए जाएं, ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान, एजीएम ने प्लेटफॉर्म के किनारे और कुछ निर्माण स्थलों पर अधूरे कार्य तथा सुरक्षा मानकों के अपर्याप्त पालन को देखा। इस पर उन्होंने संबंधित इंजीनियरों को फटकार लगाई और चेतावनी दी कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एजीएम ने जोर देकर कहा कि रेल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्य के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी यात्री को असुविधा या खतरा न हो। सभी विभाग समन्वय के साथ गुणवत्तापूर्ण कार्य करें। एजीएम ने स्टेशन परिसर में लगाए जा रहे एलईडी डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे और स्वचालित घोषणा प्रणाली की भी समीक्षा की। उन्होंने बताया कि तकनीकी सुधारों से यात्री अनुभव बेहतर होगा और रेलवे की छवि मजबूत होगी। सदर रेलवे स्टेशन को ‘अमृत भारत योजना’ के तहत 66 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। इस योजना में स्टेशन भवन का पुनर्निर्माण, नई शेड संरचना, उन्नत प्रतीक्षालय, लिफ्ट, एस्केलेटर और विस्तृत पार्किंग की व्यवस्था शामिल है। एजीएम ने स्टेशन के बाहर यातायात व्यवस्था और यात्रियों के प्रवेश-निकास मार्गों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन शहर की पहचान होता है, इसलिए स्वच्छता और यातायात प्रबंधन में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
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