भास्कर न्यूज | किशनगंज समाहरणालय स्थित सभागार में शनिवार को जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी ने की। बैठक में कृषि एवं संबद्ध विभागों द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई और कार्य प्रगति को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए गए। जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि कृषि इनपुट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और फार्मर रजिस्ट्रेशन के कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि अधिक से अधिक किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। साथ ही उर्वरक निरीक्षण टीम और छापामारी दल को सक्रिय रखने पर जोर दिया गया, ताकि कालाबाजारी और जमाखोरी पर रोक लग सके। डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि उर्वरक की कृत्रिम कमी पैदा करना या अधिक मूल्य पर बिक्री करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए और जरूरत पड़ने पर एफआईआर दर्ज की जाए। फसल अवशेष जलाने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला पदाधिकारी ने कृषि विभाग को ऐसे किसानों पर सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि कोई किसान फसल जलाने की गलत प्रवृत्ति में पाया जाता है, तो उसे विभागीय लाभ से वंचित किया जाए और बीएनएस की धारा 152 के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। बैठक में आत्मा, उद्यान विभाग, गव्य विकास, पशुपालन, मत्स्य, विद्युत विभाग और सिंचाई विभाग से संबंधित योजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा हुई। साथ ही किसानों को तकनीकी सहयोग, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार, डेयरी और मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जोर दिया गया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, उप निदेशक कृषि अभियंत्रण, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। जिला पदाधिकारी ने कहा कि विभागों के समन्वय से ही जिले में कृषि विकास के लक्ष्यों को प्रभावी रूप से पूरा किया जा सकता है।
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