जलजमाव, जर्जर सड़क, बदहाल नालों व अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी की मार झेल रहे उद्यमियों की पीड़ा बुधवार को डीएम सुब्रत कुमार सेन के समक्ष छलक पड़ी। जिला प्रशासन के प्रथम उद्यमी संवाद में उद्यमियों ने उम्मीदों के साथ डीएम के समक्ष औद्योगिक क्षेत्र व उद्योगों की समस्याओं को रखा। बेला स्थित बियाडा सभागार में उद्यमी संवाद के बाद डीएम ने औद्योगिक क्षेत्र की भौतिक संरचना, सड़क, बिजली, जल निकासी, प्रदूषण नियंत्रण सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। डीएम ने प्रशासन का उद्देश्य उद्योगों को सुगम वातावरण उपलब्ध कराना है, ताकि उद्यमी निर्बाध रूप से अपने उत्पादन कार्य को संचालित कर सकें। यूनिट से संबंधित समस्या, शिकायत या सुझाव उद्यमी लिखित रूप में प्रस्तुत करें। जिला स्तर से संबंधित विषयों का समाधान संबंधित विभागों के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, नीतिगत पहलुओं से जुड़े मामलों को राज्य सरकार के समक्ष आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। अगला संवाद कार्यक्रम 3 जनवरी को होगा। संवाद कार्यक्रमों को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवेदनों के विधिवत संधारण के लिए एक पंजी संधारित करने का निर्देश डीआईसी के जीएम विजय शंकर प्रसाद को दिया। मौके पर बियाडा के डीजीएम नीरज मिश्रा, उद्यमी विक्रम कुमार, अवनीश किशोर, नीलकमल, संजीव चौधरी, शशांक श्रीवास्तव, प्रकाश कर्ण व राजकुमार समेत दर्जनों उद्यमी थे। बिजली बिल में सुधार, प्रदूषण नियंत्रण, ईएसआई निबंधन से संबंधित कठिनाइयां, सड़कों का चौड़ीकरण, अग्निशमन के लिए समयबद्ध रूप से एनओसी निर्गत करना, नाला व जल निकासी की समस्या, स्ट्रीट लाइट की स्थापना, लोअर लैंड में जलजमाव की समस्या का समाधान, फंड एवं सब्सिडी से संबंधित समस्याएं और जीएसटी से जुड़े विषय प्रमुख रहे।
https://ift.tt/MFWrzxa
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply