ईरान बनाएगा न्यूयॉर्क-वाशिंगटन को मिट्टी में मिलाने वाली मिसाइलें, खामेनेई का आदेश
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने देश में मिसाइल निर्माण के रेंज पर लगी पाबंदियां खत्म कर दी हैं. अब ईरान ज्यादा रेंज का मिसाइलें बना सकता है. यह कदम ईरान की रक्षा नीति में बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है. दरअसल, इजराइल और अमेरिका ने जून में ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे.
ईरानी सांसद और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के सदस्य अहमद बाक्शयेश अरदस्तानी ने बताया कि हम अपनी मिसाइल योजना को जितना जरूरी समझेंगे, उतना विकसित करेंगे. उन्होंने कहा कि पहले खामेनई ने मिसाइल की अधिकतम दूरी 2,200 किमी तय की थी, लेकिन अब उन्होंने इस सीमा को पूरी तरह हटा दिया है. अरदस्तानी ने कहा कि ईरान मिसाइल की दूरी पर कोई भी सीमा स्वीकार नहीं करेगा.
ईरान 8 हजार KM रेंज वाली मिसाइलें बना रहा: नेतन्याहू
यह बयान तब आया है जब ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरघची ने इजराइल पर आरोप लगाया कि वह ईरान की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल बनाने की योजना को लेकर अमेरिका को गलतफहमी में डालना चाहता है. दरअसल, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी पॉडकास्टर बें शापिरो को बताया था कि ईरान ऐसी मिसाइलें बना रहा है जिनकी रेंज 8,000 किमी तक है. ये मिसाइलें अमेरिका के बड़े शहरों को निशाना बना सकती हैं.
अरघची ने कहा कि इजराइल ने अमेरिका को धोखा देकर ईरान के खिलाफ जून में हमले करवाए, लेकिन अब इजराइल हमारी रक्षा क्षमताओं को गलत तरीके से खतरा दिखाने की कोशिश कर रहा है. दरअसल, ईरान के कड़े रुख वाले सांसद अक्सर ऐसे बयान देते हैं, जो सरकार की आधिकारिक नीति को पूरी तरह नहीं दर्शाते. लेकिन ऐसा पहली बार है, जब किसी सांसद सीधे खामेनई का नाम लेकर ऐसी बातें की हैं.
वही ईरान के एक और वरिष्ठ अधिकारी अहमदरेजा पूरखाघान ने कहा कि अमेरिका का मिसाइल दूरी को 500 किमी तक सीमित करने का प्रस्ताव मंजूर नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत करने को तैयार है, लेकिन मिसाइलों पर कोई बातचीत नहीं होगी. ईरान के सुरक्षा प्रमुख अली लारीजानी ने भी पिछले महीने कहा था कि अमेरिका ने मिसाइल दूरी को सीमित करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे कोई भी सम्मानित व्यक्ति स्वीकार नहीं करेगा.
ऐसी है ईरान की मिसाइल क्षमता
ईरान में इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान ने उत्तर कोरिया और चीन की मदद से मिसाइलें विकसित करनी शुरू की थी. अब वह कई देशों को अपनी मिसाइलें बेचता भी है. इनमें रूस तक शामिल है. रूस जहां ईरान को फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर आदि मुहैया कराता है. वहीं, ईरान उसे मिसाइलें देता है. ईरान के पास ऐसी कई मिसाइलें हैं, जो बेहद मारक हैं.
इनमें से एक मिसाइल है सेजिल, जो 17 हजार किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा की स्पीड से उड़ान भरती है. इसकी मारक रेंज भी 2500 किमी तक है. इसके अलावा ईरान की खेबर, शहाब-3 और इमाद-1 हैं मिसाइलों की रेंज दो-दो हजार किमी तक बताई जाती है. हालांकि, इनमें से कई मिसाइलों को ईरान अब अपग्रेड कर उनकी मारक रेंज बढ़ा चुका है.
पिछले कुछ सालों में शहाब-3 और शहाब-4 मिसाइलों की खूब चर्चा हुई है. शहाब-3 मिसाइल ईरान की आधुनिक मीडियम रेंज वाली सभी बैलिस्टिक मिसाइलों का आधार है.
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