इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सुरक्षाकर्मी ने एमए के छात्र चंद्रप्रकाश को पीट दिया। छात्र दिशा छात्र संगठन से जुड़ा है। सुरक्षाकर्मी ने कहा, उसके प्रवेश पर रोक है। कुछ छात्रों ने इसका वीडियो भी बना लिया है। वीडियो में दिख रहा है कि छात्र चंद्रप्रकाश और सुरक्षाकर्मी शशिकांत के बीच हाथापाई हो रही है। जब छात्र चंद्रप्रकाश और अन्य छात्रों ने इसका विरोध किया तब सुरक्षाकर्मी ने छात्रों से गाली-गलौज करने लग और चंद्रप्रकाश को थप्पड़ मरने लगा। छात्र हाथ छुड़ाकर भागने का प्रयास किया तब गार्ड दोबारा दौड़ाकर पकड़ लिया और खींच कर ईश्वर टोपा बिल्डिंग के पीछे ले जाने लगा। इस दौरान चंद्रप्रकाश जमीन पर गिर गया जिसके बाद गार्ड ने चंद्रप्रकाश को लात से पिटाई की। सुपरवाइजर ने छात्रों को दी गाली इस घटना के बाद पीड़ित छात्र चंद्र प्रकाश ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रशासन की गुंडागर्दी बढ़ती जा रही है। विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी विश्वविद्यालय प्रशासन की शह पर गुंडागर्दी कर रहे हैं। क्या किसी छात्र पर बैन लगने के बाद विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों को यह छूट दी गई है कि वह छात्रों से मारपीट करें? वहीं, इस घटना के बाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ भवन पर सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर दीपचंद फोन कर के नोटिस दिखाने के लिए बुलाए। जब दर्ज़नभर छात्र नोटिस देखने के लिए छात्रसंघ भवन इकठ्ठा हुए तब मोबाइल में कुछ दिखाते हुए दीपचंद छात्रों को अपशब्द कहा। छात्र चंद्रप्रकाश की अगुवाई में हुआ था प्रदर्शन चंद्रप्रकाश ने बताया, 13 अक्टूबर को दिशा छात्र संगठन से जुड़े हुए कुछ छात्र विश्वविद्यालय में परिचर्चा कर रहे थे तभी 5-6 सुरक्षाकर्मी आकर छात्रों को धमकाने लगे और आईकार्ड मांगने लगे। दिशा के सदस्यों ने जब इसका विरोध किया तो सुरक्षाकर्मी प्रॉक्टर को बुलाने लगे। तब तक अन्य छात्रों की भीड़ इकट्ठी हो गई। छात्रों का हुजूम देखते हुए गार्ड वहां से चले गए। इसी तरह अगले दिन यानी 14 अक्टूबर को दिशा के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय में पर्चा वितरित कर रहे थे और सदस्यों का एक समूह सामूहिक अध्ययन कर रहा था। तभी सुरक्षाकर्मी आकर छात्रों से बदसलूकी करने लगे और एक गार्ड ने तो संगठन के एक सदस्य का कॉलर पकड़ लिया तथा छात्राओं को धक्का देने लगा। जिसके बाद दिशा छात्र संगठन के दो दर्जन से अधिक सदस्य और सैकड़ों अन्य छात्र वहां एकत्रित हो गए। जिसके बाद विश्वविद्यालय परिसर में मार्च निकाला गया। इस आन्दोलन में चंद्र प्रकाश की नेतृत्वकारी भूमिका थी। सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई नहीं तो बड़ा आंदोलन समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय सम्राट ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा, यह बहुत ही शर्मनाक है। दुर्भाग्य है इलाहाबाद विश्वविद्यालय का कि ऐसी कुलपति के हाथों में विश्वविद्यालय को सौंप दिया गया। पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय को इंटर कॉलेज बना दिया गया है। छात्रों के प्रति ऐसा रवैया देखकर दिल दहल उठता है लेकिन इन सब के जिम्मेदार भी कही न कही नई जनरेशन के छात्र ही हैं जो ये दिन देखना पड़ रहा है। अजय यादव ने कहा है कि यदि सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई न हुई तो छात्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
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