मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SKMCH) में एक लावारिस शव के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। अस्पताल के सफाईकर्मियों ने एक लावारिस मरीज के शव को बेड सहित इमरजेंसी वार्ड की सीढ़ी के पास छोड़ दिया। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती एक मरीज के परिजन ने बताया कि सफाईकर्मियों ने शव को लापरवाही से सीढ़ी के पास रखा और उसे कफन भी नहीं दिया। पूछने पर उन्होंने मरीज की बेडशीट ही शव पर डाल दी। यह घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है। वार्ड आठ के पास लावारिस मरीज की मौत के बाद, अस्पताल में मौजूद लोगों की शिकायत पर हेल्थ मैनेजर सोहैल अख्तर को शव को हटाने के लिए कहा गया था। इसके बाद सफाईकर्मियों ने शव को बेड सहित उठाकर इमरजेंसी वार्ड की सीढ़ी के नीचे छोड़ दिया। जांच का दिया आश्वासन मंगलवार देर शाम कंट्रोल रूम से जानकारी लेने के दौरान, वहां मौजूद नर्सिंग स्टाफ आलोक ने घटना की सूचना एसकेएमसीएच ओपी पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम कक्ष में भिजवाया गया। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि लावारिस मरीज की मौत होने पर शव को ड्यूटी पर मौजूद हेल्थ मैनेजर और नर्सिंग स्टाफ को स्थानीय पुलिस के सहयोग से डिस्पोज करना होता है। शव को कफन भी मुहैया कराना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि उन्हें मौत की सूचना मिली थी, लेकिन शव फेंकने या कफन न देने की जानकारी नहीं थी। डॉ. सिंह ने मामले की जांच कराने और सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कही। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं, प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा ने इस मामले में ड्यूटी पर तैनात हेल्थ मैनेजर सोहैल अख्तर से पूछताछ की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि शव के डिस्पोजल और कफन देने की जिम्मेदारी ड्यूटी पर तैनात हेल्थ मैनेजर की होती है। उन्होंने कहा कि हेल्थ मैनेजर ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई, जिसकी जांच की जाएगी।
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