गाजा में सीजफायर लागू होने के बीच इजराइल ने एक बार फिर हवाई हमले किए। इनमें 30 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। इजराइल ने दावा किया कि हमास ने पहले सीजफायर का उल्लंघन कर गाजा में तैनात उसके सैनिकों पर हमला किया। इसके जवाब में यह कार्रवाई की गई। हालांकि हमास ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वह सीजफायर का पालन कर रहा है। मंगलवार को इजराइल की ओर से किए गए हवाई हमलों ने गाजा सिटी, खान यूनिस, बेत लहिया और अल-बुरैज जैसे घनी आबादी वाले इलाकों को निशाना बनाया। गाजा के अस्पतालों के मुताबिक,मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। गाजा सिटी के साबरा इलाके में एक मकान पर बमबारी में तीन महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हुई। इजराइल और हमास के बीच 20 दिन पहले सीजफायर समझौता हुआ था। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नेतन्याहू की मौजूदगी में 29 सितंबर को 20 सूत्री शांति योजना पेश की थी, जिस पर हमास ने 9 अक्टूबर को हामी भरी थी। इजराइली रक्षामंत्री बोले- हमास ने ‘रेड लाइन’ क्रॉस की इजराइल और हमास के बीच तनाव एक बार फिर तेज हो गया है। इजराइली रक्षा मंत्री इस्राइल कैट्ज़ ने आरोप लगाया कि हमास ने गाजा में मौजूद इजराइली सैनिकों पर हमला किया और मृत बंधकों के शव लौटाने के समझौते का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि हमास ने रेड लाइन क्रॉस की है और अब उसकी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उधर, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात बयान जारी कर हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं। दूसरी तरफ, हमास ने सभी आरोपों को खारिज किया है। संगठन का कहना है कि उसका किसी हमले से कोई संबंध नहीं और वह सीजफायर पर कायम है। हमास ने इजराइल की हवाई कार्रवाई को नागरिकों पर सीधा हमला बताया और आरोप लगाया कि इजराइल जानबूझकर सीजफायर तोड़ने की कोशिश कर रहा है। हमास पर गलत शव लौटाने का भी आरोप नेतन्याहू ने हमास पर यह भी आरोप लगाया है कि युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने जो शव लौटाया वह गलत है। नेतन्याहू ने इसे समझौते का साफ उल्लंघन बताया। समझौते में हमास को सभी इजराइली बंधकों के शव जल्द से जल्द लौटाने थे। वहीं, हमास ने इजराइली हमले की वजह से बंदियों के शव लौटाने का प्रोग्राम रोक दिया है। इससे पहले हमास ने मंगलवार को कहा कि वह एक और शव लौटाएगा। खान यूनिस में एक गड्ढे से सफेद बैग में कुछ निकाला गया और एम्बुलेंस में डाला गया, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि उसमें क्या था। अभी गाजा में 13 बंधकों के शव बाकी हैं। हमास का कहना है कि तबाही इतनी ज्यादा है कि शव ढूंढना मुश्किल हो रहा है। इजराइल का आरोप है कि हमास जानबूझकर देरी कर रहा है। मिस्र ने खोज में मदद के लिए एक्सपर्ट्स और भारी मशीनें भेजी हैं। इजराइल गाजा की मानवीय मदद रोक सकते हैं इजराइली मीडिया के मुताबिक, नेतन्याहू अन्य विकल्पों जैसे गाजा में मानवीय मदद रोकना, कब्जा बढ़ाना या हमास नेताओं पर हवाई हमले पर भी विचार कर रहे हैं। दूसरी तरफ, इजराइली सेना ने मंगलवार सुबह वेस्ट बैंक के जेनिन इलाके में छापा मारा। यहां तीन फिलिस्तीनी लड़ाकों को मार गिराया। इजराइल का कहना है कि वे आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। वहीं, हमास ने दो को अपनी कासिम ब्रिगेड का सदस्य बताया। तीसरे को साथी कहा, लेकिन ज्यादा जानकारी नहीं दी। इजराइल कहता है कि वह वेस्ट बैंक में आतंक पर लगाम लगा रहा है। हालांकि फिलिस्तीनियों और मानवाधिकार समूहों का कहना है कि निर्दोष लोग भी मारे जा रहे हैं और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। ट्रम्प ने मिस्र में सीजफायर समझौते पर साइन किए थे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा जंग को रोकने के लिए 29 सितंबर को जो 20 सूत्री शांति योजना पेश की थी। इसमें हमास का हथियार डालना सबसे अहम शर्त है। इसके बाद ट्रम्प ने 13 अक्टूबर को मिस्र के शहर शर्म अल शेख में गाजा शांति समझौते पर साइन किए थे। इस दौरान 20 से ज्यादा देशों के नेता वहां मौजूद थे, लेकिन इजराइल और हमास को नहीं बुलाया गया था। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दो साल के युद्ध में 68,500 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए है।
https://ift.tt/8deEWUX
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply