इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर कहा जाता है। इसके उलट भागीरथपुरा की गलियों में सबसे ज्यादा गंदगी है। यहां नालियों से नहीं, नलों से बीमारी बह रही है। दूषित पानी से आठ लोग मर चुके हैं। 111 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। सड़कों पर स्वच्छता है, लेकिन पीने का पानी शौचालय से होकर गुजर रहा है। लोग बदबूदार पानी पीते रहे। उल्टी-दस्त शुरू हो गए। नगर निगम की नींद तब खुली, जब लाशों के नंबर बढ़ने लगे। अगस्त में नई पानी की लाइन का टेंडर जारी हो चुका था। चार एजेंसियां कतार में थीं। शिकायतें लिखित थीं, लेकिन फाइल नहीं खुली। फाइलें तब खुलीं, जब चिताएं जलने लगीं। अब अचानक टेंडर भी खुल गया, जांच भी बैठ गई और कुछ अफसर सस्पेंड भी हो गए। हैरानी तो ये रही कि जब भागीरथपुरा में दूषित पानी से लोगों की मौत हो रही थी, तो नेता आयोजनों में व्यस्त थे। दूषित पानी का मामला सामने आने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की आयोजनों में शामिल होने की तस्वीरें सामने आईं। इलाके के पार्षद कमल वाघेला का झूला झूलते वीडियो आया, वहीं जलकार्य विभाग के प्रभारी बबलू शर्मा का एक आयोजन में खाना परोसते फोटो सामने आया। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर अब चर्चा में हैं। अब सभी कर रहे जांच और मरम्मत की बातें
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि जिस लाइन का टेंडर सातवें महीने में स्वीकृत हुआ था, उसमें देरी क्यों हुई इसकी जांच होगी। कमल वाघेला ने बताया कि डिस्ट्रीब्यूशन लाइन के टेंडर सोमवार को खुल चुके हैं और मेन लाइन बदलने का वर्कऑर्डर हो चुका है। अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया ने कहा कि वार्ड में प्रस्तावित कार्यों में मैन लाइन और डिस्ट्रीब्यूशन लाइन के कार्य दो महीने में पूरा हो जाएंगे। नगर निगम आयुक्त दिलीप यादव ने कहा कि मरम्मत का काम शुरू हो गया है। मरम्मत के बाद फ्लशिंग, क्लोरीनेशन और सैंपल टेस्टिंग की जाएगी। जनता के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं होगा। मौतों के बीच महापौर की चाय पर चर्चा
भागीरथपुरा में दूषित जल से फैली बीमारी और मौतों के बीच महापौर पुष्यमित्र भार्गव सचिवालय में सामयिक विषयों पर चाय पर चर्चा करते नजर आए। इस दौरान बाहर युवा कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया। महापौर ने एक दिन पहले मीडिया को चाय पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि, भागीरथपुरा कांड ने चर्चा का एजेंडा बदल दिया। सचिवालय में हुई चर्चा में महापौर और जलकार्य प्रभारी बबलू शर्मा ने जिम्मेदारी निगम अधिकारियों पर डाल दी और कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमित पटेल, पूर्व अध्यक्ष स्वप्निल कांबले, और कार्यकर्ता विरोध में मौजूद रहे। कांग्रेसियों ने गंदे पानी से भरी बोतलें लेकर प्रदर्शन किया और कहा कि महापौर को जनता की जान से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, न कि चाय पर चर्चा। ये खबर भी पढ़ें… देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर…दूषित पानी से 8 मौतें देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से 3 और लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही अब तक कुल 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक पुरुष भी शामिल है। हालांकि, शासन ने अब तक तीन मौतों की ही आधिकारिक पुष्टि की है। पूरी खबर पढ़ें…
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