दरभंगा के जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में जिले में नये उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, दरभंगा एवं उप महाप्रबंधक बियाडा दरभंगा उपस्थित रहे। बैठक में जिले में उपलब्ध औद्योगिक भूमि, औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित इकाइयों की वर्तमान स्थिति तथा संभावित निवेश को लेकर विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए विभागीय समन्वय और त्वरित कार्रवाई पर विशेष जोर दिया। जिलाधिकारी बोले- हर शुक्रवार को उद्योग संवाद किया जाए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक शुक्रवार को “उद्योग संवाद” का आयोजन किया जाए, जिसमें संभावित एवं इच्छुक उद्यमियों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं, सुझावों एवं आवश्यकताओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बियाडा एवं जिला उद्योग केंद्र में प्रतिदिन आने वाले इच्छुक उद्यमियों को अनिवार्य रूप से उद्योग संवाद में शामिल किया जाए, ताकि उन्हें भूमि उपलब्धता, विभागीय मार्गदर्शन एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योगों की स्थापना से रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। जिला प्रशासन उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। अतिक्रमण मुक्त अभियान को लेकर डीएम सख्त जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में नगर क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त एवं यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में नगर क्षेत्र की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए कई सख्त निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने सभी थानाध्यक्षों को अतिक्रमण के विरुद्ध लगातार विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। समाहरणालय मुख्य सड़क के दोनों ओर खड़ी बाइकों को पार्किंग स्थल में लगाने तथा नो पार्किंग बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए।उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली मोड़ से भारी वाहनों का शहर में प्रवेश वर्जित रहेगा और यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबंधित थाना प्रभारियों की होगी। इन इलाकों को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए दिए निर्देश दरभंगा टावर, इनकम टैक्स चौराहा, लोहिया चौक सहित प्रमुख स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए विशेष पुलिस टीम गठित करने का निर्देश दिया गया। डीएमसीएच परिसर को भी अतिक्रमण मुक्त कराने के निर्देश दिए गए। यातायात नियमों के उल्लंघन, ट्रिपल लोडिंग, बिना हेलमेट वाहन चलाना एवं अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई और जुर्माना सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।साथ ही लोहिया चौक से एकमी घाट एवं दारू भट्टी चौक तक सड़क डिमार्केशन को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छ, सुरक्षित एवं अतिक्रमण मुक्त शहर के निर्माण में सभी की भागीदारी आवश्यक है। आरटीपीएस व आंगनबाड़ी सेवाओं की समीक्षा, लंबित आवेदनों के त्वरित निष्पादन का निर्देश एनआईसी दरभंगा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आरटीपीएस सेवाओं एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी बीडीओ, सीओ एवं सीडीपीओ शामिल हुए। जिलाधिकारी ने आरटीपीएस आवेदनों के लंबित मामलों का समय-सीमा के भीतर निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही आमजन को आरटीपीएस सेवाओं के प्रति अधिक जागरूक करने पर बल दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जिन क्षेत्रों में भूमि चिन्हित नहीं है, वहां शीघ्र प्रक्रिया पूरी करने तथा जर्जर भवनों की सूची बनाकर मरम्मत या नए भवन निर्माण का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया।उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं के पोषण से जुड़े इन केंद्रों में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। जनता दरबार में 40 से अधिक परिवादियों की समस्याओं का समाधान जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कार्यालय कक्ष में आयोजित जनता दरबार में 40 से अधिक परिवादियों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुना। आधे से अधिक मामलों का मौके पर ही समाधान किया गया, जबकि शेष आवेदनों को संबंधित पदाधिकारियों को जांच एवं त्वरित निष्पादन के निर्देश के साथ सौंपा गया। जनता दरबार में समाज कल्याण, शिक्षा, आपूर्ति, नगर निगम, ऊर्जा, भूमि विवाद एवं घरेलू हिंसा से जुड़े आवेदन प्राप्त हुए। इस दौरान एक गरीब वृद्ध महिला को जिलाधिकारी ने स्वयं कंबल एवं साड़ी प्रदान की। आयुष्मान भारत योजना पर निजी अस्पतालों के लिए एकदिवसीय कार्यशाला बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति एवं सेंटर फॉर हेल्थ पॉलिसी के संयुक्त तत्वावधान में आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध निजी अस्पतालों के लिए “एंटी-फ्रॉड एवं क्वालिटी डॉक्यूमेंटेशन” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर एवं सीतामढ़ी के निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में धोखाधड़ी की रोकथाम, गुणवत्ता दस्तावेजीकरण, स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइंस एवं हेल्थ बेनिफिट पैकेज के अनुपालन पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों ने फोकस ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से अपने सुझाव साझा किए, जिन्हें योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में उपयोगी बताया गया।
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