किशनगंज के पोठिया प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) नागेंद्र कुमार सिंह पर अवैध उगाही, धमकी और बच्चों के साथ मारपीट के गंभीर आरोप लगे हैं। विधायक कमरुल हुदा ने इन आरोपों को लेकर जिला पदाधिकारी विशाल राज को एक ज्ञापन सौंपा है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। 150 आंगनबाड़ी सेविकाओं ने सीडीपीओ के खिलाफ की शिकायतें विधायक हुदा ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान 150 से अधिक आंगनबाड़ी सेविकाओं ने सीडीपीओ के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थीं। उनकी जांच में ये सभी आरोप सत्य पाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि सेविकाओं को मिलने वाले कुल आवंटन पर 15-20 प्रतिशत राशि की अवैध वसूली की जाती है। छुट्टी से मुक्ति की धमकी देकर पैसे ऐंठने का आरोप विधायक के अनुसार, सीडीपीओ सिंह पर स्पष्टीकरण मांगने के नाम पर उगाही करने, छुट्टी से मुक्ति की धमकी देकर पैसे ऐंठने, सेविकाओं पर व्यक्तिगत अमर्यादित टिप्पणियां करने और आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के साथ मारपीट करने के भी आरोप हैं। विधायक ने कहा कि ये कृत्य विभाग की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं और निर्दोष बच्चों व महिलाओं का शोषण कर रहे हैं। विभागीय जांच शुरू करने और निलंबित करने की अपील ज्ञापन में विधायक ने जिला पदाधिकारी से सीडीपीओ सिंह के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर उन्हें निलंबित करने की अपील की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विकास योजनाओं का लाभ सही ढंग से पहुंचना चाहिए, लेकिन ऐसे अधिकारी इसमें बाधा डाल रहे हैं। प्रेस वार्ता में मौजूद सेविकाओं ने भी विधायक के आरोपों का समर्थन किया। जिला पदाधिकारी विशाल राज ने ज्ञापन प्राप्त करने के बाद विधायक को मामले की गहन जांच कराने का आश्वासन दिया है। विधायक हुदा ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे इसे उच्च स्तर पर उठाएंगे। यह मामला किशनगंज जिले में बाल विकास विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है।
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