उत्तर बिहार में बढ़ती ठंड और शीतलहर के बीच अररिया जिला प्रशासन जरूरतमंदों की सुरक्षा और राहत को लेकर पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। ठंड से सबसे ज्यादा प्रभावित सड़कों पर रात गुजारने वाले गरीब, बेसहारा और असहाय लोगों के लिए प्रशासन लगातार कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में जिला पदाधिकारी विनोद कुमार दूहन ने सोमवार की देर रात स्वयं सड़कों पर उतरकर अलाव की व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। रात 8 बजे बिना सूचना पहुंचे जिलाधिकारी सोमवार की रात करीब 8 बजे जिलाधिकारी विनोद कुमार दूहन बिना किसी पूर्व सूचना के अररिया और फारबिसगंज अनुमंडल के विभिन्न चौक-चौराहों पर पहुंचे। उन्होंने देर रात अंधेरे में अलाव स्थलों का जायजा लिया और वहां मौजूद लोगों से सीधे बातचीत कर हालात की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने अलाव की स्थिति, लकड़ी की उपलब्धता और नियमित जलने की व्यवस्था को लेकर विस्तार से निरीक्षण किया। फारबिसगंज और अररिया के प्रमुख चौकों पर निरीक्षण निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी फारबिसगंज के पटेल चौक, जंक्शन क्षेत्र, पोस्ट ऑफिस चौक और बस स्टैंड रोड पहुंचे। इसके अलावा अररिया शहर के बस स्टैंड, सदर अस्पताल रोड सहित कई प्रमुख स्थानों पर जल रहे अलाव का भी उन्होंने जायजा लिया। स्थानीय लोगों और रात गुजारने वाले जरूरतमंदों ने बताया कि अलाव प्रतिदिन नियमित रूप से जलाए जा रहे हैं, जिससे कड़ाके की ठंड में उन्हें काफी राहत मिल रही है। जरूरतमंदों से सीधे संवाद, व्यवस्थाओं पर फीडबैक जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान अलाव के पास बैठे लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं भी सुनीं। उन्होंने पूछा कि अलाव समय पर जल रहा है या नहीं, लकड़ी की कमी तो नहीं होती और ठंड के समय कोई परेशानी तो नहीं हो रही। लोगों ने प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ठंड के इस मौसम में अलाव उनके लिए जीवनरक्षक साबित हो रहा है। अधिकारियों को सख्त निर्देश मौके पर ही जिलाधिकारी विनोद कुमार दूहन ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि रात्रि में भी सभी प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में अलाव बंद नहीं होना चाहिए और इसकी नियमित निगरानी की जाए। साथ ही बेसहारा और खुले आसमान के नीचे रहने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया। कंबल वितरण भी होगा तेज जिलाधिकारी ने नगर परिषद और अन्य संबंधित विभागों को अलाव के साथ-साथ कंबल वितरण को भी तेज करने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ठंड के मौसम में राहत कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “शीतलहर से किसी भी व्यक्ति को कोई कष्ट नहीं होना चाहिए। ठंड का पूरा मौसम अलाव जलाने, कंबल वितरण और अन्य राहत कार्य लगातार जारी रहेंगे।” रात्रि राहत शिविरों से मिल रही मदद जिला प्रशासन की टीम जिलाधिकारी के नेतृत्व में लगातार रात्रि राहत शिविरों के माध्यम से जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण कर रही है। खासकर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, प्रमुख चौक-चौराहों और अस्पताल के आसपास ऐसे लोगों को चिह्नित कर राहत पहुंचाई जा रही है, जो ठंड से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। सोशल मीडिया पर भी हो रही सराहना जिलाधिकारी की यह रात्रिकालीन निरीक्षण यात्रा सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसे प्रशासन की संवेदनशीलता और जिम्मेदार कार्यशैली का बेहतरीन उदाहरण बता रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि जब जिले का शीर्ष अधिकारी खुद रात में सड़कों पर उतरकर हालात देख रहा है, तो इससे आम जनता में भरोसा बढ़ता है। ठंड में प्रशासन बना सहारा ठंड और शीतलहर के इस कठिन दौर में अररिया जिला प्रशासन की सक्रियता जरूरतमंदों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति को ठंड से बचाव के लिए सहायता की जरूरत हो, तो तुरंत प्रशासन या नगर परिषद को इसकी सूचना दें, ताकि समय पर मदद पहुंचाई जा सके।
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