अररिया के भरगामा थाना क्षेत्र के संथाल टोला में 11 दिसंबर को हुई पशुपालक उपेंद्र हेंब्रम की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और घटना में इस्तेमाल किया गया वाहन भी बरामद कर लिया है। जानकारी के अनुसार, यह घटना 11 दिसंबर की सुबह करीब चार बजे हुई थी। उपेंद्र हेंब्रम अपनी दो दुधारू भैंसों को चराने के लिए घर के पश्चिम स्थित बांध के पास खेत में ले गए थे। इसी दौरान घात लगाए बैठे अपराधियों ने भैंसें छीनने का प्रयास किया। उपेंद्र के विरोध करने पर अपराधियों ने उनके सिर पर डंडे से वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया और दोनों भैंसें लेकर फरार हो गए। भरगामा थाना में 3 अज्ञात अपराधियों के खिलाफ दर्ज की गई थी प्राथमिकी सुबह ग्रामीणों ने घायल उपेंद्र को देखा और तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उपेंद्र अविवाहित थे। मृतक की रिश्तेदार सूरजमुखी देवी के बयान पर भरगामा थाना में तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एक विशेष टीम का गठन किया मामले की गंभीरता को देखते हुए, अररिया पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने फारबिसगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में भरगामा, नरपतगंज और फारबिसगंज थानों के थानाध्यक्षों के साथ-साथ DIU टीम भी शामिल थी। गुप्त सूचना, तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, पुलिस ने सबसे पहले सुपौल जिले के मिथिलेश कुमार उर्फ मिट्टू (31) को गिरफ्तार किया। मिथिलेश ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की और अपने सहयोगियों के नाम बताए पूछताछ के दौरान, मिथिलेश ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की और अपने सहयोगियों के नाम बताए। इसके बाद पुलिस ने बबलू यादव उर्फ बोरहन और मुकेश यादव को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने खुलासा किया कि चोरी की भैंसों को टाटा 407 वाहन से राजोखर के चंद्रदेई मवेशी हटिया में बेचने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने वाहन चालक छोटू उर्फ दिलशाद को भी गिरफ्तार कर लिया और घटना में प्रयुक्त वाहन (BR1GA8192) को बरामद कर लिया है। मवेशियों की खरीद-फरोख्त करने वालों की गहन जांच की जा रही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि चंद्रदेई हटिया में चोरी के मवेशियों की खरीद-फरोख्त करने वालों की गहन जांच की जा रही है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। गिरोह की जिले में अन्य भैंस चोरी की घटनाओं में संलिप्तता की भी पड़ताल की जा रही है। फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है और जल्द गिरफ्तारी होगी। यह मामला जिले में मवेशी चोरी की बढ़ती घटनाओं पर सवाल उठा रहा है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र में राहत की लहर है।
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