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अमेरिका के एपस्टीन सैक्स स्कैंडल में कौन-कौन शामिल, खुलासा आज:इसमें नाम आने से ब्रिटिश प्रिंस की राजशाही छिनी; दो अमेरिकी राष्ट्रपति भी फंसे

अमेरिका के कुख्यात एपस्टीन सैक्स स्कैंडल की फाइलें आज खुलने वाली हैं। इन फाइलों के रिलीज होते ही इस स्कैंडल में शामिल लोगों के नाम सामने आ सकते हैं। माना जा रहा है कि दुनिया के प्रमुख बिजनेसमैन और नेताओं के नाम इन फाइलों में दर्ज हैं। फाइलों में हजारों पेज के दस्तावेज, 95 हजार तस्वीरें और बैंक रिकॉर्ड्स शामिल हैं। इस स्कैंडल में ब्रिटेन के पूर्व प्रिंस एंड्रूय का नाम सामने आ चुका है। इसके चलते किंग चार्ल्स ने छोटे भाई एंड्रयू से ‘प्रिंस’ का खिताब और सभी शाही उपाधियां छीन ली थीं। एंड्रयू पर 2001 में 17 साल की नाबालिग वर्जीनिया गिफ्रे से यौन शोषण का आरोप लगा था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का नाम भी इस केस से जुड़ा है। 12 दिसंबर को जारी हुई स्कैंडल से जुड़ी 19 तस्वीरों में ट्रम्प और क्लिंटन भी दिखाए दिए। ट्रम्प कई लड़कियों के साथ नजर आए। एपस्टीन फाइल्स से जुड़ी 3 अहम तस्वीरें… 1. पूर्व ब्रिटिश प्रिंस एंड्रयू 2. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 3. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन फाइलों में क्या-क्या सामने आएगा फाइलें जारी करने के बाद सरकार को जनता को कुछ बातें साफ-साफ बतानी होंगी। जैसे कि यह बताना होगा कि दस्तावेजों में कौन-कौन से हिस्से काले किए गए हैं और ऐसा क्यों किया गया। साथ ही यह भी बताना होगा कि किस तरह की सामग्री जनता के सामने रखी गई और किस तरह की सामग्री को जारी नहीं किया गया। इसके अलावा सरकार को उन सभी सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोगों की पूरी सूची भी देनी होगी, जिनका नाम या किसी भी तरह का जिक्र इन फाइलों में आता है। यह सारी जानकारियां फाइलें जारी होने के 15 दिनों के अंदर सार्वजनिक करना जरूरी होगा। यह अभी साफ नहीं है कि वास्तव में कौन-कौन से दस्तावेज सार्वजनिक किए जाएंगे और उनमें से कितना नया होगा। पिछले करीब 20 सालों में एपस्टीन के यौन अपराधों से जुड़े हजारों दस्तावेज पहले ही दीवानी मुकदमों और सूचना के अधिकार जैसी मांगों के जरिए सामने आ चुके हैं। अब तक क्या-क्या जारी हो चुका है? एपस्टीन मामले से जुड़े बहुत सारे दस्तावेज पहले ही सामने आ चुके हैं। इनमें मैक्सवेल का 2021 का आपराधिक ट्रायल, जस्टिस डिपार्टमेंट की रिपोर्टें और कई दीवानी मुकदमों के कागजात शामिल हैं। इस साल की शुरुआत में जस्टिस डिपार्टमेंट और FBI में ट्रम्प के नियुक्त अधिकारियों ने एपस्टीन से जुड़ी कुछ सीक्रेट फाइलें जारी की थीं, लेकिन उनमें ज्यादातर जानकारी पहले से ही सार्वजनिक थी। इस रिलीज को लेकर ट्रम्प प्रशासन की कड़ी आलोचना भी हुई। जस्टिस डिपार्टमेंट ने इस साल मैक्सवेल के साथ हुए अपने विवादित इंटरव्यू के सैकड़ों पन्ने भी जारी किए, जिसमें उसने अपने बचाव में बयान दिए और कुछ पीड़ितों की आलोचना तक की। हाल ही में हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सदस्यों ने 12 दिसंबर और 18 दिसंबर को एपस्टीन की संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज और तस्वीरें जारी की थीं। इन तस्वीरों में अरबपति बिल गेट्स भी नजर आए थे। एपस्टीन केस की पूरी कहानी क्या है इसकी शुरुआत 2005 में तब हुई जब फ्लोरिडा में एक 14 साल की लड़की की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि एपस्टीन के आलीशान घर में उसकी बेटी को ‘मसाज’ के बहाने बुलाया गया था, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उस पर सेक्स का दबाव डाला गया। जब उसने घर लौटकर यह बात अपने माता-पिता को बताई, तो उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत की। तब पहली बार जेफ्री एपस्टीन के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज हुई। पुलिस जांच के दौरान यह सामने आया कि यह अकेला मामला नहीं है। धीरे-धीरे करीब 50 नाबालिग लड़कियों की पहचान हुई, जिन्होंने एपस्टीन पर ऐसे ही आरोप लगाए। पाम बीच पुलिस डिपार्टमेंट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कई महीनों तक छानबीन की। इसके बाद एपस्टीन के खिलाफ क्रिमिनल जांच शुरू हुई। मामले की जांच से पता चला कि एपस्टीन के पास मैनहट्टन और पाम बीच में शानदार विला है। एपस्टीन यहां हाई-प्रोफाइल पार्टियां करता था, जिसमें कई बड़ी हस्तियां शामिल होती थीं। एपस्टीन अपने निजी जेट ‘लोलिता एक्सप्रेस’ से पार्टियों में कम उम्र की लड़कियां लेकर आता था। वह लड़कियों को पैसों-गहनों का लालच और धमकी देकर मजबूर करता था। इसमें एपस्टीन की गर्लफ्रेंड और पार्टनर गिस्लीन मैक्सवेल उसका साथ देती थी। हालांकि शुरुआती जांच के बाद भी एपस्टीन को लंबे समय तक जेल नहीं हुई। उसका रसूख इतना था कि 2008 में उसे सिर्फ 13 महीने की सजा सुनाई गई, जिसमें वह जेल से बाहर जाकर काम भी कर सकता था। मी टू मूवमेंट की लहर में डूबा एपस्टीन साल 2009 में जेल से आने के बाद एपस्टीन लो प्रोफाइल रहने लगा। ठीक 8 साल बाद अमेरिका में मी टू मूवमेंट शुरू हुआ। साल 2017 में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे वाइंस्टीन के खिलाफ कई रिपोर्ट्स छापीं। इसमें बताया गया कि वाइंस्टीन ने दशकों तक अभिनेत्रियों, मॉडल्स और कर्मचारियों का यौन शोषण किया। इस घटना ने पूरी दुनिया में सनसनी पैदा कर दी। 80 से ज्यादा महिलाओं ने वाइंस्टीन के खिलाफ सोशल मीडिया पर मी टू (मेरे साथ भी शोषण हुआ) के आरोप लगाए। इसमें एंजेलीना जोली, सलमा हायेक, उमा थरमन और एश्ले जुड जैसे बड़े नाम थे। इसके बाद लाखों महिलाओं ने सोशल मीडिया पर ‘#MeToo’ लिखकर अपने शोषण की कहानियां शेयर कीं। इसमें वर्जीनिया ग्रिफे नाम की युवती भी थी। उसने एप्सटीन के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए। उसने दावा किया कि उसके साथ 3 साल तक यौन शोषण हुआ था। इसके बाद करीब 80 महिलाओं ने उसके खिलाफ शिकायत की। ———————– एपस्टीन केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… एपस्टीन सेक्स स्कैंडल की 68 नई तस्वीरें सामने आईं:अरबपति बिल गेट्स महिलाओं के साथ दिखे; डेमोक्रेट्स सांसदों ने जारी कीं; कल पूरी फाइल्स रिलीज होंगी एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से जुड़ी 68 नई तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों को गुरुवार देर रात अमेरिकी संसद की हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सांसदों ने रिलीज किया हैं। इनमें से दो तस्वीरों में अरबपति बिल गेट्स महिलाओं के साथ नजर आ रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…


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