भास्कर न्यूज| सीतामढ़ी शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे अस्थायी अतिक्रमण हटाओ अभियान का स्थानीय लोगो द्वारा विरोध किये जाने के बाद तीन दिनों से सीमांकन कार्य किया जा रहा है। गुरुवार को तीसरे दिन कारगिल चौक से शंकर मंदिर तक सड़क के दोनों ओर स्थित अतिक्रमित स्थलों को चिन्हित किया गया। इस दौरान सरकारी भूमि, सड़क की चौड़ाई और नाली की सीमा को स्पष्ट रूप से चिह्नित किया गया, ताकि अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी तरह का भ्रम या विवाद न उत्पन्न हो। सीमांकन कार्य में डुमरा एवं रीगा अंचल के अमीनों के साथ नगर निगम के सात अमीन और उनके सहयोगी कर्मियों को लगाया गया है। अमीनों द्वारा बेहद सावधानी और पारदर्शिता के साथ मापी की जा रही है। हर बिंदु पर सरकारी अभिलेख, नक्शे और मापदंडों का मिलान किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में किसी भी पक्ष को यह कहने का अवसर न मिले कि सीमांकन में गड़बड़ी या पक्षपात किया गया। सीमांकन कार्य के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति के साथ-साथ संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों को मौके पर तैनात किया गया है। पुलिस बल की मौजूदगी से कार्य शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो रहा है। किसी भी संभावित विवाद की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। कार्यवाही की कराई जा रही फोटो व वीडियोग्राफी इसके साथ ही, सीमांकन प्रक्रिया की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जा रही है। प्रशासन का कहना है कि इससे पूरे कार्य का डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा, जो भविष्य में किसी आपत्ति या कानूनी प्रक्रिया की स्थिति में साक्ष्य के रूप में काम आएगा। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि यह व्यवस्था इसलिए की गई है, ताकि सीमांकन को लेकर किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप या गलतफहमी की गुंजाइश न रहे। ^सीमांकन के साथ अतिक्रमण हटाओ अभियान चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है। सीमांकित किए गए स्थानों को खाली करने के लिए संबंधित लोगों से पहले आग्रह किया जा रहा है, ताकि वे स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा सकें। यदि इसके बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करनी पड़ेगी। अतिक्रमण हटाने के दौरान होने वाले खर्च की वसूली भी संबंधित अतिक्रमणकारियों से की जाएगी।- डॉ. गजेंद्र प्रसाद सिंह, आयुक्त,नगर निगम, सीतामढ़ी अतिक्रमण के कारण बढ़ रही थी जाम की समस्या, अब नहीं होगी गौरतलब है कि मेहसौल चौक से शंकर मंदिर तक का इलाका शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। सड़क किनारे अस्थायी दुकानों, ठेलों, शेड और निर्माण के कारण सड़क की चौड़ाई लगातार कम होती चली गई थी। नतीजतन, इस मार्ग पर दिनभर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती थी। एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और अन्य आपातकालीन सेवाओं को भी कई बार भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। स्थानीय नागरिकों की लगातार शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता सूची में रखा है।
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