देशभर में सुशासन के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए, पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, 25 दिसंबर को “सुशासन दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इन्हीं सिद्धांतों से प्रेरित होकर, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार ने नागरिकों के सर्वांगीण कल्याण के उद्देश्य से कई पहलें शुरू की हैं। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण पहल है मुख्यमंत्री पौष्टिक अल्पहार योजना, जो पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करके बच्चों की शिक्षा को सशक्त बनाती है। वर्तमान में, गुजरात भर में 4 लाख से अधिक छात्र इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
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आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ पोषण के महत्व पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में दोपहर के भोजन के साथ-साथ यह पहल ताजा और पौष्टिक नाश्ता प्रदान करती है। इसके परिणामस्वरूप, सरकारी स्कूलों में छात्रों की रुचि बढ़ी है और उनके पोषण स्तर में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए भी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि सरकारी स्कूलों में आधुनिक कक्षाओं, पीने के पानी, बिजली, शौचालय, स्वच्छता और परिवहन सहित आवश्यक सुविधाएं पर्याप्त रूप से उपलब्ध हों।
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अपने तीन साल के कार्यकाल के दौरान, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में समग्र विकास सुनिश्चित करने और सुशासन को मजबूत करने वाली कल्याणकारी योजनाओं को लागू करके सुशासन, सेवा और विकास के नए मानदंड स्थापित किए हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने 11 दिसंबर 2024 को इस योजना का शुभारंभ किया था। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सुपोषित गुजरात मिशन के तहत शुरू की गई इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी और अनुदान प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को पीएम पोषण योजना के तहत दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन के अतिरिक्त पौष्टिक नाश्ता भी मिले।
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