सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र का रहस्य: कैसे सिर्फ 7 श्लोकों के पढ़ने से हो सकता है हर संकट का नाश?

सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र का रहस्य: कैसे सिर्फ 7 श्लोकों के पढ़ने से हो सकता है हर संकट का नाश?

नवरात्रि 2025: देवी दुर्गा को शक्ति, साहस और रक्षा की अधिष्ठात्री माना जाता है. पुराणों में वर्णित सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र को ऐसा दिव्य कवच कहा गया है, जिसे पढ़ने मात्र से हर संकट का नाश हो सकता है. केवल सात श्लोकों वाला यह स्तोत्र साधारण नहीं, बल्कि नवरात्रि सहित हर समय साधक के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है.

क्या है सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र?

मार्कंडेय पुराण के दुर्गा सप्तशती से लिया गया यह स्तोत्र सात चुनिंदा श्लोकों का संकलन है. इन्हें सप्तश्लोकी कहा जाता है मान्यता है कि इन श्लोकों में देवी की वही शक्ति संचित है, जो उनके नौ रूपों की सामूहिक ऊर्जा के समान फल देती है.

सिर्फ 7 श्लोक और असीम फल

आमतौर पर देवी की स्तुति में सैकड़ों मंत्र और स्तोत्र बताए जाते हैं, लेकिन सप्तश्लोकी दुर्गा की विशेषता है कि इसमें केवल सात श्लोकों से ही असीमित फल मिलता है.कहते हैं जो व्यक्ति रोज इन सात श्लोकों का पाठ करता है, उसे साहस, धैर्य और संकट से मुक्ति मिलती है. यह श्लोक अचानक आने वाले कष्ट, रोग और भय को दूर करते हैं. इसे दुर्गा कवच भी माना जाता है, जो हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है.

कब और कैसे करें पाठ?

नवरात्रि के पहले दिन या किसी भी शुक्ल पक्ष की सुबह इसका पाठ शुभ माना गया है.

पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके, लाल या पीले वस्त्र पहनकर पाठ करें.

पहले दीपक जलाकर देवी को लाल फूल चढ़ाएं, फिर सातों श्लोक पढ़ें.

अंत में ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का 11 बार जाप करें.

धार्मिक और वास्तु महत्व

शास्त्रों के अनुसार सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ घर-परिवार को सुरक्षित रखता है. जिस घर में यह स्तोत्र नियमित पढ़ा जाता है, वहां शांति, समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है. वास्तु शास्त्र भी कहता है कि मंत्रोच्चारण की ध्वनि वातावरण से नकारात्मकता हटाकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है.

विज्ञान का पहलू

आधुनिक मनोविज्ञान बताता है कि मंत्रों का उच्चारण मस्तिष्क में पॉजिटिव न्यूरोकेमिकल्स सक्रिय करता है. इससे तनाव घटता है और आत्मबल बढ़ता है. इसलिए सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्र का पाठ मानसिक स्वास्थ्य का भी एक साधन है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/ezTUvct