नेपाल में Gen-Z आंदोलन का असर, पूर्व पीएम शेर बहादुर देउबा सियासत से हुए आउट
जेनरेशन-जेड आंदोलन के बाद नेपाल की सियासत में बड़ा उलटफेर हो गया है. पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने राजनीति से लंबी छुट्टी ले ली है. उन्होंने पूर्ण बहादुर खड़गा को नेपाल कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. पार्टी के सभी बड़े फैसले अब खड़गा ही लेंगे. खड़गा कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और अब तक उपाध्यक्ष पद पर काबिज थे.
कांतिपुर मीडिया के मुताबिक जेनरेशन-जेड के प्रदर्शन के बाद मंगलवार (14 अक्टूबर) को शेर बहादुर देउबा अपनी पत्नी के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. यहां पर उन्होंने जल्द ही अधिवेशन बुलाने की बात कही. अधिवेशन में कांग्रेस का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा.
इसके बाद देउबा ने खड़गा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की बात कही. नेपाल में केपी शर्मा ओली के तख्तापलट के बाद फरवरी 2026 में आम चुनाव प्रस्तावित है. वर्तमान में कांग्रेस नेपाल की सबसे बड़ी पार्टी है.
नेपाल के सबसे मजबूत नेता देउबा
शेर बहादुर देउबा को नेपाल का सबसे मजबूत नेता माना जाता रहा है. देउबा 5 बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने. वो भी उस दौर में जब, नेपाल कांग्रेस के भीतर गिरजा प्रसाद कोइराला और कृष्णा भटराई का दबदबा था. देउबा इस बार भी नेपाल में पीएम पद के दावेदार थे, लेकिन जेन-जी आंदोलन ने उनकी सियासत पर गहरी चोट दे दी.
जेन जी आंदोलन के बाद नेपाल कांग्रेस में देउबा के उम्र को लेकर बवाल हो गया, जिसके बाद अब देउबा ने खुद को राजनीति से अलग करने का फैसला किया है.
देउबा ने पत्रकारों से कहा कि किसी भी घराने में एक ही मुखिया हमेशा नहीं होता है. इसी तरह पार्टी में एक ही शख्स को हमेशा के लिए अध्यक्ष नहीं रखा जा सकता है. मैं महाअधिवेशन बुलाकर अध्यक्ष की कुर्सी दूसरे को सौंप दूंगा. तब तक आराम करने जा रहा हूं.
कौन होगा नेपाल में कांग्रेस का अध्यक्ष?
शेर बहादुर देउबा के राजनीति से साइड लाइन होने के बाद एक ही सवाल उठ रहा है कि अब नेपाल कांग्रेस की जिम्मेदारी किसे मिलेगी? देउबा की पसंद पूर्ण बहादुर खड़गा है. खड़गा नेपाल सरकार में गृह जैसे अहम महकमे के मंत्री रह चुके हैं. 2022 के चुनाव में खड़गा देउबा के साथ ही थे. अभी उनकी उम्र 69 साल है. ऐसे में कहा जा रहा है कि देउबा गुट खड़गा को समर्थन कर सकता है.
वहीं पार्टी के महासचिव गगन थापा भी अध्यक्ष की रेस में है. थापा को कद्दावर नेता शेखर कोइराला का समर्थन प्राप्त है. थापा जेन-जी आंदोलन में भी काफी मुखर रहे हैं. फायरब्रांड नेता थापा को कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं का भी समर्थन प्राप्त है.
इन दो नामों के अलावा कृष्ण प्रसाद सितौला और विमलेंद्र नीधि जैसे नेता भी अध्यक्ष की रेस में शामिल हैं.
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