पश्चिम चम्पारण में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी तरनजोत सिंह ने गुरुवार को जिलाधिकारी का पदभार ग्रहण किया। समाहरणालय में विधिवत रूप से कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। नए डीएम ने अधिकारियों को टीम भावना के साथ पूर्ण समर्पण और पारदर्शिता से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर दिया कि विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यह अनिवार्य शर्त है। सभी प्रमुख पदाधिकारियों से परिचय प्राप्त किया पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद, डीएम तरनजोत सिंह ने जिले के सभी प्रमुख पदाधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं, विकास परियोजनाओं और कार्यक्रमों की प्रारंभिक जानकारी भी ली। डीएम ने बताया कि अगले कुछ दिनों में वे प्रत्येक विभाग की कार्यप्रणाली का विस्तृत अध्ययन करेंगे। इसका उद्देश्य जिला प्रशासन की कार्यशैली को अधिक प्रभावी और परिणामोन्मुखी बनाना है। जनहित से जुड़े कार्य अनावश्यक रूप से लंबित न हों – DM उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनहित से जुड़े कार्य अनावश्यक रूप से लंबित न हों। सभी योजनाओं का निष्पादन निर्धारित समय सीमा में और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने विभागीय समन्वय को भी अत्यंत आवश्यक बताया। पश्चिम चम्पारण की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और संघर्षशील पहचान का उल्लेख करते हुए डीएम ने कहा कि इस जिले में पदस्थापित होना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने जिले को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रशासनिक मशीनरी को पूरी तत्परता से सक्रिय करने का संकल्प व्यक्त किया। मौके पर मौजूद रहे अधिकारी इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, अपर समाहर्ता राजीव रंजन सिन्हा, अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता सह लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा, नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार, डीआरडीए निदेशक अरुण प्रकाश और विशेष कार्य पदाधिकारी सुजीत कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने नए जिलाधिकारी का स्वागत किया और जिले के विकास में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
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