गौतम अडानी का यह प्रोजेक्ट बना गेमचेंजर, इन कंपनियों की बदौतल नेटवर्थ पहुंची 50 लाख करोड़ के पार
गौतम अडानी भारत के दूसरे सबसे अमीर आदमी हैं. कुछ हफ्ते पहले उनकी दौलत में अचानक 13 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी, और वो थोड़े समय के लिए एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति भी बन गए थे. उनकी कुल संपत्ति 68.4 अरब डॉलर है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी, रियल एस्टेट, लॉजिस्टिक्स और डेवलपमेंट से जुड़ी चीजें शामिल हैं.
अडानी भारत के सबसे बड़े प्राइवेट एयरपोर्ट ऑपरेटर भी हैं. उनकी कंपनी का दशकों से दबदबा है, और उनकी पर्सनल चीजें जैसे याट, ट्रस्ट वगैरह उनके बिजनेस के सामने काफी कम हैं. वो धारावी स्लम की री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए भी फेमस हैं, जिसमें उन्होंने लगभग 28,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. ये एशिया का सबसे बड़ा शहरी नवीनीकरण प्रोजेक्ट है. इससे उनको काफी फायदा हुआ है. गिरावट के बाद भी इस प्रोजेक्ट ने उन्हें अमीरों की रेस में बनाए रखा.
गौतम अडानी की सबसे मजबूत कंपनियां
- अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड- ये अडानी ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी है और भारत की टॉप लिस्टेड मल्टीनेशनल कंपनियों में से एक है. डेटा सेंटर, एयरपोर्ट्स, डिफेंस और एयरोस्पेस इनोवेशन के साथ-साथ ये FMCG कॉन्ट्रैक्ट्स, माइनिंग सर्विसेज और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में भी काम करती है. इसका सालाना रेवेन्यू 21,960 करोड़ रुपये है, और नेट प्रॉफिट 734.41 करोड़ रुपये. गौतम अडानी की इसमें 49.7% हिस्सेदारी है.
- धारावी री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट- अडानी ने धारावी स्लम को टाउनशिप में बदलने का बड़ा प्रोजेक्ट लिया है. 28,000 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट ने मुंबई के रियल एस्टेट को नया रंग दिया है. इसी प्रोजेक्ट ने 7% की गिरावट के बावजूद भी अडानी को टॉप 3 में बने हुए रखा है.
- अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ)- इसमें अडानी की 33% हिस्सेदारी है, और कंपनी की वैल्यू 95,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. ये भारत की सबसे बड़ी पोर्ट और लॉजिस्टिक्स कंपनी है, जो देश के एक-चौथाई कार्गो को हैंडल करती है. इसके 13 घरेलू पोर्ट्स हैं और इसकी फिक्स्ड एसेट्स की वैल्यू 22,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
- अडानी पावर लिमिटेड- ये भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट थर्मल पावर कंपनी है, जिसके 12 से ज्यादा पावर प्लांट्स हैं. ये 18,110 मेगावाट की क्षमता पर काम करती है. अडानी की इसमें 37% हिस्सेदारी है, और इसका मार्केट वैल्यू 84,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड- ये भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी है. 93,200 मेगावाट की क्षमता और 2 लाख से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूशन कस्टमर्स के साथ, अडानी की इसमें 50% हिस्सेदारी है, जिसकी मार्केट वैल्यू 47,487 करोड़ रुपये है.
- अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड- ये कंपनी सस्टेनेबल फ्यूचर के लिए काम करती है और 25 गीगावाट का रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो डेवलप कर रही है, जिसमें सोलर, विंड और हाइब्रिड पावर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं. 2025 में इसने 20.3 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन कम किया. इसके तमिलनाडु में सोलर प्लांट, गुजरात में विंड प्लांट और जैसलमेर में हाइब्रिड पावर प्लांट हैं.
- अडानी टोटल गैस लिमिटेड- ये कंपनी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनाती है और पाइप्ड नैचुरल गैस व CNG सप्लाई करती है. इंडस्ट्रियल, कमर्शियल और घरेलू जरूरतों के लिए काम करने वाली इस कंपनी में अडानी की 37.4% हिस्सेदारी है.
- एसीसी लिमिटेड- होल्सिम की भारतीय संपत्तियों के साथ अडानी का 10.5 बिलियन डॉलर का डील भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा डील था. इससे अडानी का इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन में दबदबा और मजबूत हुआ. इसमें अडानी की ज्यादातर हिस्सेदारी है.
- अडानी विल्मर लिमिटेड- अब इसे AWL एग्री बिजनेस कहते हैं. ये अडानी ग्रुप और विल्मर इंटरनेशनल का 50:50 जॉइंट वेंचर था. फॉर्च्यून ब्रांड के खाद्य तेलों के लिए मशहूर, ये कंपनी पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स, गेहूं का आटा, चावल, दाल, चीनी और पाम ऑयल में भी काम करती है.
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