कौन हैं ये 47 लाख मतदाता? बिहार की वोटर लिस्ट पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने उठाए सवाल
बिहार में चुनाव आयोग की SIR प्रक्रिया के बाद मंगलवार को वोटर लिस्ट जारी की है, जिसमें कुल 7.42 करोड़ मतदाता शामिल हैं. इस मतदाता सूची से लगभग 47 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए हैं. मतदाता सूची में काटे गए नामों को लेकर सियासी बबाल मच गया है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोशल मीडिया के जरिए आयोग से सवाल किया. उन्होंने कहा कि बिहार की अंतिम मतदाता सूची से हटाए गए 47 लाख मतदाता कौन हैं?
कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग को मतदाता सूची से हटाए गए 47 लाख नामों का ब्रेकअप देना चाहिए. उन्होंने कहा कि आयोग को बताना चाहिए कि इस सूची में शामिल कितने लोग कितने मृत हैं और कितने लोग दूसरे राज्यों में चले गए हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग को अपनी विश्वसनीयता दोबारा हासिल करने के लिए यह करना जरूरी है.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है लिस्ट
बिहार की मतदाता सूची चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है. हाल ही में पब्लिश हुई इस मतदाता सूची में राज्य में लगभग 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें 47 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं और लगभग 21 लाख योग्य नामों को जोड़ा भी गया है. इसमें नए वोटर्स भी शामिल हैं. चुनाव आयोग ने यह प्रक्रिया 24 जून को शुरू की थी और 30 सितंबर तक चली, जिसके बाद आयोग ने इसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है.
विपक्षी दलों ने की आलोचना
विपक्षी दलों ने हटाए गए नामों को लेकर चुनाव आयोग की तीखी आलोचना की है. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने इस मतदाता सूची से गरीब लोगों और महिलाओं के नाम हटाए हैं और उन्हें मताधिकार से वंचित किया है. साथ ही विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग और बीजेपी के मिलीभगत होने का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारों पर काम करती है और बीजेपी के कहने पर उन्होंने बिहार में एसआईआर किया है.
बता दें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार की एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था और इसके लिए बिहार के इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं ने मिलकर वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी. राहुल गांधी का कहना था कि चुनाव आयोग एसआईआर के जरिए लोगों के वोट काटना चाहती है.
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/DO4aoWu
Leave a Reply