पति निकला हत्यारा, गला घोंटकर गड्ढे में फेंकी थी लाश:बोला- कहती थी छोड़ दूंगी, डेढ़-महीने पहले हुई लव मैरिज का खौफनाक अंत
प्रयागराज में डेढ़ महीने पहले हुई लव मैरिज का खौफनाक अंत सामने आया है। यहां 11 अक्तूबर को छह दिन से लापता जिस 20 साल की रविता की लाश 20 फीट गहरे गड्ढे में मिली, उसकी कातिल उसका ही पति राकेश निकला। खुलासा हुआ है कि मेला दिखाने के बहाने वह उसे ससुरखदेरी नदी के पास सुनसान में ले गया और फिर गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसकी लाश गड्ढे में फेंक दी। अब पढ़िए पूरा मामला
एयरपोर्ट के कटहुला गांव के रहने वाले किशनलाल की तीन बेटियों में सबसे छोटी बेटी रविता (22) ने 1.5 महीने पहले शाहपुर पीपलगांव के रहने वाले राकेश (25) से लव मैरिज की। राकेश ने बताया था कि 5 अक्टूबर को दोनों मेला देखने राजरूपपुर गए थे। वहां बैरिकेडिंग के पास वह रुक गया। रविता ने कहा, वह सामान खरीदकर आती है। इसके बाद इंतजार करता रहा, लेकिन वह नहीं आई। पांच दिन तक तलाश की जाती रही। 11 अक्तूबर की सुबह आठ बजे ससुरखदेरी नदी के पास उसकी लाश गड्ढे में कीचड़ में धंसी मिली। ऐसे हुआ खुलासा
एयरपोर्ट पुलिस के साथ ही इस घटना के खुलासे के लिए एसओजी को भी लगाया गया। परिजनों ने किसी पर शक नहीं जताया। पति भी बार-बार यही कहता रहा कि उसे बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है कि रविता वहां कैसे पहुंची। पुलिस अफसरों ने बताया, परिवार से जुड़े हर एंगल पर जांच की गई लेकिन कोई विवाद सामने नहीं आया। तमाम छानबीन के बाद भी कोई क्लू नहीं मिला। इसके बाद शक के दायरे में पति आ गया। आखिरी बार घरवालों से की बात
पुलिस ने उसे बुलाकर पूछताछ की लेकिन वह हर बार यही कहता रहा कि उसकी अपनी पत्नी से रिश्ता बेहद अच्छा था। खुलासा करने वाली टीम में शामिल एक पुलिसकर्मी ने बताया, घटना के बाद पीड़िता का मोबाइल गायब था। कॉल डिटेल रिपोर्ट निकाली गई तो पता चला कि रविता ने आखिरी बार घरवालों से ही बात की थी। ऐसे में यह साफ हो गया कि हत्या में किसी बाहरी का हाथ नहीं है। मोबाइल स्विच ऑफ करके घर पर रखा था
इसके बाद पति से सख्ती से पूछताछ की गई। पहले तो वह इधर उधर की बातें करता रहा लेकिन बाद में टूट गया। बताया कि उसने ही पत्नी को मारकर लाश गड्ढे में फेंकी थी। इसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ करके अपने पीपलगांव वाले घर पर रख दिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मोबाइल भी बरामर कर लिया। एक हफ्ते से कर रहा था प्लानिंग
राकेश ने पूछताछ में बताया, वह एक हफ्ते से रविता की हत्या की प्लानिंग कर रहा था। पांच अक्तूबर को राजरूपपुर का मेला था और उसने तय कर लिया कि इससे बेहतर मौका नहीं मिलेगा। मेला दिखाने के बहाने वह रविता को ले गया और बहाने से उसे सुनसान में ले जाकर मार दिया। धमकाती थी, छोड़ दूंगी
पुलिस के मुताबिक, राकेश ने बयान में बताया, ‘ रविता आए दिन झगड़ती थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही उसका व्यवहार बदल गया था। कुछ बोलने पर कहती थी, मैं तुम्हे छोड़ दूंगी। ज्यादा दिक्कत है तो चले जाओ। आए दिन होने वाले झगड़ों से वह तंग आ गया था। अपने मां-बाप के सामने ही बेइज्जत करती थी। मैंने अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर उससे शादी की। गैर बिरादरी में शादी के चलते मेरे घरवालों ने मुझसे नाता तोड़ लिया था। वापस घर भी नहीं जा सकता था। इसलिए तय कर लिया कि उसे रास्ते से हटा दूंगा।’ पुलिस का कहना है…
एडीसीपी नगर पुष्कर वर्मा ने बताया, यहा मामला पुलिस के लिए इसलिए भी बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी थी। घरवाले किसी पर भी शक नहीं जता रहे थे। सीडीआर से भी कुछ खास मदद नहीं मिल पाई थी। इसके बाद पुलिस ने मैनुअल सर्विलांस की मदद ली और आखिरकार खुलासा कर दिया। ऐसे हुई थी पहचान
छह दिन पुराना होने के चलते रविता का शव पूरी तरह सड़ गया था। कपड़ों और हुलिए से पता चला कि मृतका उसकी पत्नी रविता है। पति ने बताया- बचपन में ही चारा काटने वाली मशीन से रविता की एक उंगली कट गई थी, जबकि दो अंगुलियां क्षतिग्रस्त हो गई थी। यही देखकर उसने शव की पहचान की थी।
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