आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पर रिसर्च स्कॉलर ने शारीरिक शोषण के आरोप लगाए। प्रोफेसर के खिलाफ थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज हुआ है। विश्वविद्यालय ने इस संबंध में आंतरिक जांच कमेटी का गठन कर दिया है। वहीं, राजभवन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। हालांकि छात्रा ने मेडिकल से असंतुष्टि जताते हुए डॉक्टर पर आरोप लगाए हैं। खंदारी परिसर के बेसिक साइंस विभाग में केमिस्ट्री के प्रोफेसर प्रो. गौतम जैसवार पर रिसर्च स्कॉलर ने आरोप लगाए हैं। छात्रा का कहना है कि प्रो. जैसवार पीएचडी के को-सुपरवाइजर हैं। दो साल से शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करते रहे। शादीशुदा होने के बावजूद झूठे वादे कर दबाव बनाकर शारीरिक संबंध बनाते रहे। मध्य प्रदेश के खजुराहो स्थित एक होटल में तीन दिन तक और हाल ही में मथुरा के एक होटल में भी छात्रा प्रोफेसर के साथ रूकी। जहां छात्रा का आरोप है कि उसका शारीरिक शोषण किया गया। छात्रा ने अपनी तहरीर में लिखा है कि पिछले दो वर्षों से हर रविवार को खंदारी परिसर स्थित ऑफिस में प्रोफेसर उसे दोपहर 2 से 6 बजे तक बुलाते थे।
25 अक्तूबर को भी प्रोफेसर ने उसे ऑफिस में बुलाया। उसके साथ मारपीट की। धमकी दी की अगर बात बाहर गई तो उसकी पीएचडी रोक दी जाएगी। छात्रा का मोबाइल तोड़ने की कोशिश की, जिससे सारे सबूत मिट सकें। हालांकि छात्रा ने पुलिस को चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत भी उपलब्ध कराए हैं। जिस आधार पर केस दर्ज किया गया है। कुलपति ने बनाई कमेटी
इस बारे में कुलपति प्रो. आशु रानी ने संज्ञान लिया। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देश एवं कार्यस्थल पर महिलाओं के प्रति लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध एवं प्रतितोष) अधिनियम, 2013 (पोश एक्ट, 2013) के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) का गठन कर दिया गया है। लॉ और नियम के आधार पर प्रकरण की जांच की जा रही है। यदि प्रोफेसर दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ टर्मिनेशन तक की कार्रवाई की जाएगी। मुझे झूठ बोलकर बहकाते रहे
छात्रा का कहना है कि प्रोफेसर उसे दो साल तक बहकाते रहे। कहते रहे कि वो अपनी शादी में खुश नहीं हैं। पत्नी अच्छी नहीं है। दो साल तक शादी का झांसा देते रहे। छात्रा का कहना है कि मैं उनकी बातों में आ गई थी। मेरा ब्रेनवॉश कर दिया था। लेकिन जब उनकी बातों में झूठ दिखने लगा तो मैंने उनसे स्पष्ट बात की। इस पर वो धमकी देने लगे। मैंने अपना गाइड भी बदल लिया। जिस दिन प्रोफेसर ने मारपीट की, उस दिन छात्रा ने अपने परिजनों को सूचना दी। सही नहीं हुआ मेडिकल
सोमवार को छात्रा का लेडी लॉयल हॉस्पिटल में मेडिकल था। छात्रा ने आरोप लगाए हैं कि डॉक्टर ने सही तरह से मेडिकल नहीं किया। छात्रा से दबाव बनाकर इंटरनल जांच न कराने के कागज पर हस्ताक्षर करा लिए गए। इस संबंध में छात्रा न्यायालय में भी अपील करेगी।
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