डायलिसिस करा रहे मरीजों को कैसी होनी चाहिए डाइट? एक्सपर्ट ने बताया
डायलिसिस एक ऐसा मेडिकल प्रोसेस हैं, जिसमें मशीन के द्वारा खून को साफ किया जाता है. इससे शरीर के अंदर से सभी हानिकारक तत्व निकल जाते हैं. ये प्रक्रिया उस वक्त की जाती है, जब व्यक्ति की किडनी सही तरीके से काम करना बंद कर देती है. डायलिसिस मरीज के लिए राहत तो लाता है, लेकिन ये दर्दभरा और लंबा चलने वाला इलाज है. य़ही वजह है कि आमतौर पर लोग इससे करवाने से घबराते हैं. इस दौरान खानपान और लाइफस्टाइल को लेकर भी कई सावधानियां बरतने की जरूरत होती है.
डायलिसिस के दौरान मरीज को अपनी डाइट खास ख्याल रखना होता है. क्योंकि गलत खानपान शरीर में एक्स्ट्रा पानी, पेटैशियम या फास्फोरस जमा कर सकता है, जिससे परेशानी और बढ़ सकती है. ऐसे में मरीज और उसके परिवार को ये जानना बेहद जरूरी है कि, इलाज के दौरान क्या खाना है, कितना पानी पानी है और किन चीजों से परहेज करना है. चलिए आज इस आर्टिकल में एक्सपर्ट से जानते हैं डायलिसिस के मरीजों का डाइट प्लान.
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क्या कहती हैं एक्सपर्ट?
दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल की सीनियर डायटिशियन फारेहा शानम बताती हैं कि, डायलसिसिस के पेशेंट को अपनी डाइट में प्रोटीन को प्यारोरिटी देनी चाहिए. क्योंकि जो काम आमतौर पर किडनी करती है उसे मशीन द्वारा कराया जा रहा होता है. ऐसे में बॉडी से बहुत ज्यादा मात्रा में प्रोटीन निकल जाता है. इसलिए इस दौरान शरीर को प्रोटीन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है. प्रोटीन की मात्रा मरीज के बॉडी वेट के हिसाब से तय की जाती है.
प्रोटीन से भरपूर चीजें खाएं
एक्सपर्ट के मुताबिक, हाई प्रोटीन डाइट के लिए मरीज को दूध और दूध से बनी चीजें देनी चाहिए. साथ ही दालों का सेवन करें. कुछ लोग मानते हैं कि किडनी की प्रॉब्लम होने पर छोले-राजमा का सेवन नहीं करना चाहिए. हालांकि, ऐसा कुछ नहीं है. मरीज को सीमित मात्रा में ये चीजें भी दी जा सकती हैं. अगर नॉनवेज खा सकते हैं, अंडा, मछली और चिकन का भी सेवन करना अच्छा है. बाकी दिन भले ही आप प्रोटीन डाइट में कमी कर सकते हैं. लेकिन जिन दिन डायलिसिस कराने जाना है उस दिन हाई प्रोटीन डाइट ही लें.
डायलिसिस में कितना लिक्विड लेने सकते हैं?
फारेहा शानम बताती हैं कि, डायलिसिस पेशेंट का आमतौर पर फ्लूइड रिस्ट्रिक्शन होता है, क्योंकि इस दौरान यूरिन आउटपुट बहुत कम होता है. ऐसे में कैलकुलेशन ये कहता है कि, जितना आप यूरीन पास कर रहे हैं वो कैलकुलेट होता है. यानी अगर आप पूरे दिन में 300ml यूरिन निकाल रहे हैं तो 800ml लिक्विड ले सकते हैं.
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