ज्योतिष की दृष्टि से भारत का भविष्य विषय पर सम्मेलन:राष्ट्रीय सम्मेलन में विद्वानों ने ज्योतिष और राष्ट्र पर दिया व्याख्यान

ज्योतिष विज्ञान समिति ने राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन का आयोजन शनिवार को वाराणसी में किया। इस समारोह में संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा और सीडीओ हिमांशु नागपाल मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इसके अलावा देश के कोने कोने से आये ज्योतिष शास्त्र के विद्वान मौजूद रहे। जिन्होंने अपना ज्योतिष पर व्याख्यान दिया और ज्योतिष और राष्ट्र की बात की। ज्योतिष की दृष्टि से भारत के भविष्य पर हुई चर्चा
इस सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर रामचंद्र पांडेय ने बताया – ज्योतिष का भविष्य काफी उज्जवल है। इसके द्वारा राष्ट्र के उत्थान में महती भूमिका निभाई जा सकती है। इसपर विस्तृत प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर कामेश्वर उपाध्याय ने कहा की भारत का भविष्य अक्षय है। उन्होंने अनंत और सनातन भारत की व्यवस्था पर प्रकाश डाला। बीएचयू के प्रोफेसर ने दिया व्याख्यान
बीएचयू के प्रोफेसर विनय पांडेय ने ज्योतिष के व्यापक क्षेत्र का वर्णन करते हुए कहा – वास्तविक फलादेश पर विद्वानों को ध्यान देना होगा। उसके द्वारा हम ज्योतिष में नए प्रयोग कर सकते हैं और उसे आगे ले जा सकते हैं। प्रोफेसर चंद्रमौली ने कहा – ज्योतिष; राष्ट्र निर्माण और उसे आगे ले जाने में महती भूमिका निभा रहा है।

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