सौरभ की डेडबॉडी का पंचायतनामा भरने वाले इंस्पेक्टर की गवाही:मेरठ कोर्ट में मुस्कान की वकील ने पूछा, ड्रम से निकली डेडबॉडी का कलर क्या था
मेरठ के ब्रहमपुरी में हुए चर्चित सौरभ हत्याकांड में शुक्रवार को लाश का पंचायतनामा भरने वाले इंस्पेक्टर को कोर्ट में बुलाया गया। इंस्पेक्टर की गवाही पहले हो चुकी थी, उसके बयानों पर जिरह होना था। वैसे जिरह की डेट 16 अक्टूबर तय थी, अचानक उसे 6 दिन पहले यानि 10 अक्टूबर को ही बुलाया गया। जिला जज कोर्ट में उससे सवाल-जबाव हुए। मुस्कान, साहिल की तरफ से केस लड़ रही सरकारी वकील रेखा जैन ने पूछा कि जब आपने सौरभ की लाश को देखा तो डेडबॉडी का कलर क्या था। इसके अलावा और भी सवाल पूछे गए। भीड़ में कौन था उनको जानते हो सौरभ की तरफ से केस लड़ रहे सीनियर एडवोकेट विजय बहादुर सिंह ने बताया कि आज पंचायतनामा भरने वाले सबइंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार को बुलाया गया। उनकी गवाही पहले ही हो चुकी है। अब जिरह होनी थी। इसके लिए बुलाया गया। डिफेंस की वकील ने उनसे कई सवाल पूछे। लगभग 40 मिनट तक जिरह चली है। जिसमें ड्रम कटर को पहले से जानते थे यह भी पूछा। जबकि इस सवाल का पंचायतनामे से कंसर्न नहीं था फिर भी ये सवाल पूछा गया। लाश पर कपड़े थे या नहीं थे? मौके पर कितने लोग मौजूद थे? भीड़ के लोगों के बारे में भी पूछा गया है। केस में अगली सुनवाई कब होगी इसको अभी तय नहीं किया गया है।
पंचायतनामा भरने वाले से मुस्कान, साहिल की वकील ने पूछे ये सवाल
सवाल- सौरभ की डेडबॉडी कितने टुकड़ों में मिली थी?
जबाव- डेडबॉडी तीन टुकड़ों में थी हाथों के पंजे अलग थे, सिर अलग था और धड़ अलग था।
सवाल- डेडबॉडी का रंग क्या था?
जबाव- डेडबॉडी का रंग गोरा था उस पर सीमेंट, बालू लगा था।
सवाल- डेडबॉडी ने क्या कपड़े पहने थे?
जबाव- टीशर्ट, अंडरवियर और एक पैर में मोजा डेडबॉडी पर मिला था।
सवाल- क्या ड्रम काटने वाले अशोक को पहले से जानते थे?
जबाव- मुझे ड्रम कटर अशोक की जानकारी नहीं थी, वो मुझे सीधे मोर्चरी में ही मिला था।
सवाल- ड्रम काटने वाले मजदूर अशोक को उसके घर से थाने लेकर गए थे?
जबाव- नहीं मैं अशोक को थाने लेकर नहीं गया था।
सवाल- मोर्चरी रूम से भीड़ की दूरी कितनी थी?
जबाव- ये मैं नहीं बता सकता, इसकी सटीक जानकारी नहीं है।
सवाल-मोर्चरी रूम के बाहर भीड़ में कौन लोग मौजूद थे उनके नाम बताएं?
जबाव- मैं भीड़ में मौजूद लोगों के नाम, परिचय नहीं बता सकता। उनकी जानकारी नहीं है।
सवाल- मोर्चरी रूम जहां पंचायतनामा किया उसकी लंबाई-चौड़ाई क्या थी?
जबाव- मैं उसकी सटीक जानकारी नहीं दे सकता।
सवाल- जब पंचायतनामा हुआ उस वक्त मोर्चरी रूम में कोई और भी शव थे वो किसके थे?
जबाव- मैं ये नहीं बता सकता कि उस वक्त कमरे में और शव थे या नहीं थे वो किसके थे।
सवाल- क्या डेडबॉडी पर चोटें थी, वो किसकी चोटें थीं?
जबाव- डेडबॉडी पर चोट का केवल एक निशान नजर आया, बॉडी पर सीमेंट लगे होने के कारण अन्य बाहरी निशान नही दिखे।
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