कानपुर की दवा फैक्ट्री में ड्रग विभाग की छापेमारी:सिरप में प्रयोग होने वाली ग्लिसरीन के लिए सैंपल, दूसरी फैक्ट्री में बंद मिला काम

कफ सिरफ पीने से मध्य प्रदेश में कई बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद कानपुर ड्रग विभाग की टीम लगातार छापेमारी कर रही हैं। बुधवार को टीम ने दो स्थानों पर छापेमारी की। इनमें से एक कंपनी एलोपैथिक दवा बनाना बंद कर चुकी थी। वहीं, दूसरी फैक्ट्री में बन रही ग्लिसरीन के सैंपल लिए गए। छापेमारी के दौरान फैक्ट्री में हड़कंप मच गया। इस दौरान टीम ने अन्य चीजों को भी देखा। सीनि कैप में मारा छापा
ड्रग इंस्पेक्टर रेखा सचान ने बताया- टीम ने दादानगर स्थित सबसे पहले सीनि कैप नाम की एक कंपनी में छापेमारी की। इस दौरान पता चला कि यहां पर फैक्ट्री में अब एलोपैथिक दवा बनना बंद हो गई हैं। फैक्ट्री मालिक ने बताया कि यहां पर अब आयुर्वेदिक दवाएं ही सिर्फ बनती हैं। ग्लिसरीन के लिए सैंपल, जांच रिपोर्ट का इंतजार
रेखा सचान ने बताया कि इसके बाद टीम ने दादानगर में ही फ्लोरा फार्म नाम की एक कंपनी में छापेमारी की। यहां पर कफ सिरप बनाया जाता था। इस सिरप में प्रयोग होने वाली ग्लिसरीन के यहां से सैंपल लिए गए। इस सैंपल को जांच के लिए लखनऊ लैब में गुरुवार को भेजा जाएगा। लैब रिपोर्ट आने के बाद आगे की कोई कार्रवाई की जाएगी।

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