इस सरकारी बैंक के शेयर में आएगी बंपर तेजी! UBS ने दी ‘खरीदने’ की सलाह, ये है टारगेट
शेयर बाजार में सरकारी बैंकों के शेयरों पर निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है. इसी कड़ी में, दुनिया की जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म UBS ने सार्वजनिक क्षेत्र के दिग्गज केनरा बैंक (Canara Bank) पर बड़ा दांव लगाया है. बुधवार, 8 अक्टूबर को जारी अपनी रिपोर्ट में UBS ने केनरा बैंक के शेयर को ‘खरीदने’ की सलाह (Buy Rating) दी है.
UBS ने केनरा बैंक के शेयर के लिए ₹150 का लक्ष्य मूल्य (Price Target) निर्धारित किया है. यह बुधवार के बंद भाव ₹126.11 से करीब 19% की संभावित तेजी को दर्शाता है. यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब बैंकिंग सेक्टर में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं और निवेशक मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों की तलाश में हैं.
केनरा बैंक पर क्यों बुलिश है UBS?
UBS की रिपोर्ट के अनुसार, केनरा बैंक आने वाले समय में लगातार और स्थिर लोन ग्रोथ देने के लिए एक बेहद मजबूत स्थिति में है. इसके पीछे कई ठोस कारण हैं. पहला, बैंकिंग सेक्टर पर मंडरा रहे कई बड़े संकट के बादल अब छंट रहे हैं, जिससे बैंक के लिए कारोबार करना आसान हो गया है. दूसरा, बैंक के पास पर्याप्त लिक्विडिटी (नकदी) मौजूद है, जो उसे आक्रामक रूप से लोन बांटने की क्षमता प्रदान करती है.
UBS ने अपनी रिपोर्ट में इन दोनों पैमानों पर केनरा बैंक को खरा पाया है. ब्रोकरेज ने स्वीकार किया है कि घटती ब्याज दरों के कारण अल्पावधि में बैंक के मार्जिन पर कुछ दबाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, लंबी अवधि का नजरिया बेहद सकारात्मक है.
बैंक के मार्जिन में होगा सुधार
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि वित्त वर्ष 2027-28 के दौरान बैंक के मार्जिन में धीरे-धीरे सुधार होगा. इसका कारण जमा पर ब्याज दरों का फिर से तय होना और मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग (MCLR) वाले लोन की हिस्सेदारी बढ़ना होगा. इसके अलावा, बैंक का क्रेडिट कॉस्ट (डूबे कर्ज के लिए किया जाने वाला प्रावधान) भी नियंत्रण में रहने की उम्मीद है, क्योंकि बैंक ने असुरक्षित रिटेल लोन कम बांटे हैं.
इन सब के चलते, वित्त वर्ष 2026 से 2028 तक बैंक का रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) 1% और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 16% पर स्थिर रहने का अनुमान है, जो कि एक बेहद शानदार आंकड़ा है. सबसे आकर्षक बात यह है कि इन मजबूत फंडामेंटल्स के बावजूद, बैंक का शेयर 0.9 गुना के फॉरवर्ड प्राइस-टू-बुक वैल्यू पर कारोबार कर रहा है, जिसे UBS ने “उचित” बताया है.
सब्सिडियरी कंपनियों की लिस्टिंग से होगा ‘वैल्यू अनलॉक’
केनरा बैंक के लिए एक और बड़ी सकारात्मक खबर उसकी सब्सिडियरी यानी सहायक कंपनियों की लिस्टिंग है. UBS ने इसे ‘वैल्यू अनलॉकिंग’ का एक बड़ा जरिया बताया है. केनरा बैंक की दो प्रमुख यूनिट्स, केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) और केनरा HSBC लाइफ इंश्योरेंस, अगले हफ्ते ही अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लेकर आ रही हैं.
केनरा रोबेको का आईपीओ 9 अक्टूबर को खुलेगा, जबकि लाइफ इंश्योरेंस यूनिट का आईपीओ 10 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध होगा. जब ये कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होंगी, तो उनकी अपनी एक मार्केट वैल्यू बनेगी. इसका सीधा फायदा पेरेंट कंपनी यानी केनरा बैंक को मिलेगा, क्योंकि उसकी होल्डिंग की कीमत बढ़ेगी.
साल 2025 में दे चुका है 28% का रिटर्न
केनरा बैंक का शेयर साल 2025 में अब तक निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हुआ है. इस साल यह स्टॉक पहले ही 28% का जबरदस्त रिटर्न दे चुका है. यह निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स पर 2025 का दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला शेयर है. पहले स्थान पर इंडियन बैंक है, जिसने 43% की तूफानी तेजी दिखाई है. बता दें केनरा बैंक को कवर करने वाले कुल 21 एक्सपर्ट्स में से 15 ने इसे ‘खरीदने’ की सलाह दी है, जबकि चार ने ‘होल्ड’ और दो ने ‘बेचने’ की सलाह दी है.
Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए. TV9 भारतवर्ष अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है.
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